जयपुर. कोरोना महामारी के बीच जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दे दी है. रेजिडेंट डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले 8 माह से वे लगातार अस्पताल में काम कर रहे हैं और कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. लेकिन बावजूद इसके रेजिडेंट चिकित्सकों के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से नहीं की गई है.
ऐसे में एक मांग पत्र जार्ड की ओर से सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सौंपा गया है. जिसमें कुछ मांगे रेजिडेंट चिकित्सकों द्वारा की गई है. जिनमें रेजिडेंट चिकित्सकों के पॉजिटिव आने पर SMS अस्पताल में अलग से कॉटेज रूम रिजर्व करने की मांग रखी है.
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50% वेंटिलेटेड आईसीयू रेजिडेंट के लिए रिजर्व रखे जाएं, एडमिट रेजिडेंट के लिए नर्सिंग कर्मचारी, वार्ड बॉय और खाने-पीने की सभी व्यवस्थाएं की जाए, रेजिडेंट डॉक्टर के लिए सैंपल कलेक्शन की अलग से व्यवस्था की जाए, वर्क लोड बढ़ने पर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, कोविड-19 पॉजिटिव ड्यूटी के दौरान आने पर रेजिडेंट चिकित्सकों के लिए क्वॉरेंटाइन को लेकर एक गाइडलाइन जारी की जाए और ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मी को सरकारी आदेश अनुसार कोविड ड्यूटी इंसेंटिव दिया जाए.
इन्हीं मांगों को लेकर आज एक ज्ञापन सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी को सौंपा गया और साथ ही रेजिडेंट चिकित्सकों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि मेडिकल कॉलेज प्रशासन उनकी मांगे नहीं मानता है तो 19 और 20 सितंबर को समस्त रेजिडेंट काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
इसके बाद भी यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो 21 सितंबर को 2 घंटे का कार्य बहिष्कार रेजिडेंट चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा. साथ ही यदि प्रशासन इसके बाद भी रेजिडेंट चिकित्सकों की मांगे पूरी नहीं करता है तो रेजीडेंट चिकित्सक पूर्णता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे.