जयपुर. शहर में जलदाय विभाग की लापरवाही से कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जलदाय विभाग काफी लंबे समय से मुख्य अभियंता प्रशासन के पद पर किसी भी अधिकारी की नियुक्ति नहीं कर रहा है और इसके कारण कर्मचारियों के कई काम अटक गए हैं. जिसे लेकर कर्मचारियों में नाराजगी है. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की पीएचईडी अभियांत्रिकी विभाग की शाखा ने मुख्य अभियंता की नियुक्ति नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की पीएचईडी शाखा के अध्यक्ष विजय सिंह राजावत ने बताया कि लंबे समय से जलदाय विभाग में मुख्य अभियंता प्रशासन की नियुक्ति नहीं हो रही है. इसके कारण कर्मचारियों की डीपीसी, वेतन वृद्धि, नई भर्ती आदि कार्य नहीं हो रहे हैं. इस मामले में कई बार मंत्री और प्रमुख शासन सचिव को भी ज्ञापन दिया जा चुका है.
विजय सिंह राजावत ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक ऐसे अधिकारी की नियुक्ति मुख्य अभियंता प्रशासन के पद पर की गई, जिनका उसी दिन रिटायरमेंट भी था. अधिकारी महज कुछ घंटों के लिए ही अपने पद पर नियुक्त हुए और उसके तुरंत बाद वे रिटायर भी हो गए. साथ ही कहा कि एक-दो दिन में हम कार्य समिति की बैठक बुलाएंगे और उसमें एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे.
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राजावत ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी से संस्थापन अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी से प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी से अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ सहायक से सहायक प्रशासनिक अधिकारी, कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से कनिष्ठ सहायक की डीपीसी का कार्य अलग-अलग वर्षों का रुका हुआ है और इसके कारण कर्मचारियों में आक्रोश है.
बता दें कि जलदाय विभाग में मुख्य अभियंता प्रशासन की नियुक्ति नहीं होने से कर्मचारियों के काम अटके हुए हैं और उनमें आक्रोश फैलता जा रहा है. राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ ने भी जलदाय विभाग के इसी रवैए से नाराज होकर अप्रैल महीने में 3 दिन की हड़ताल रखने की चेतावनी दी है जिससे जलापूर्ति बाधित होगी.