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जेडीए को नजरअंदाज कर रहा एनएचएआई, 9 दिन बाद भी नहीं दी रिंग रोड पर रिपोर्ट

जयपुर में अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड को जोड़ने वाली रिंग रोड परियोजना के हाल बेहाल हैं. मानसून में बारिश के पानी से रिंग रोड के नीचे मिट्टी में हुए कटाव के बाद रिंग रोड के काम पर सवाल उठ रहे हैं और कटघरे में एनएचएआई और निजी फर्म है. वहीं, जेडीए की ओर से एनएचआई से मांगी गई रिपोर्ट का भी अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है. हालांकि एनएचएआई की ओर से सुधारात्मक काम करने की बात जरूर की जा रही है.

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Published : Aug 12, 2019, 6:00 PM IST

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जयपुर. रिंग रोड उच्च गुणवत्ता का है और इसे 40 साल तक मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी. एनएचएआई, जेडीए और उस निजी फर्म का ये दावा था जिसके द्वारा रिंग रोड बनाई जा रही है. लेकिन ये दावा पहले ही मानसून में फेल साबित होता नजर आ रहा है. रिंग रोड की उच्च गुणवत्ता वाली सीसी रोड के नीचे मिट्टी के कटाव से कई जगह रिंग रोड हवा में झूल रही है. जिससे किसी बड़े हादसे का अंदेशा रहने लगा है.

रिंग रोड के काम को लेकर जेडीए को अभी तक नहीं मिली रिपोर्ट

ईटीवी भारत ने भी इस हकीकत को जेडीए प्रशासन के सामने रखा. इस संबंध में जेडीए ने भी एनएचएआई से रिपोर्ट तलब की है. हालांकि, एनएचएआई से अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. इस संबंध में जेडीसी टी. रविकांत ने बताया कि रिंग रोड पर कटाव की स्थिति बनी है. जिसे लेकर एनएचएआई को लिखा है.

यह भी पढ़ें : बीजेपी सदस्यता अभियान को मिली गति, अब चला मॉनिटरिंग का दौर

जयपुर की जनता के लिए ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई रिप्लाई नहीं आया है. हालांकि मौखिक रूप से एनएचएआई ने सुधारात्मक कदम उठाने की बात जरूर कही है. जयपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाने वाला रिंग रोड अब हादसों को न्योता देता नजर आ रहा है. इस मानसून में उच्च गुणवत्ता से बनी रिंग रोड की कलई खुल गई.

हालांकि, अब एनएचएआई की ओर से मिट्टी के कटाव को भी भरा जा रहा है. लेकिन अभी तक कोई संतोषप्रद जवाब एनएचएआई ने पेश नहीं किया है.

जयपुर. रिंग रोड उच्च गुणवत्ता का है और इसे 40 साल तक मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी. एनएचएआई, जेडीए और उस निजी फर्म का ये दावा था जिसके द्वारा रिंग रोड बनाई जा रही है. लेकिन ये दावा पहले ही मानसून में फेल साबित होता नजर आ रहा है. रिंग रोड की उच्च गुणवत्ता वाली सीसी रोड के नीचे मिट्टी के कटाव से कई जगह रिंग रोड हवा में झूल रही है. जिससे किसी बड़े हादसे का अंदेशा रहने लगा है.

रिंग रोड के काम को लेकर जेडीए को अभी तक नहीं मिली रिपोर्ट

ईटीवी भारत ने भी इस हकीकत को जेडीए प्रशासन के सामने रखा. इस संबंध में जेडीए ने भी एनएचएआई से रिपोर्ट तलब की है. हालांकि, एनएचएआई से अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. इस संबंध में जेडीसी टी. रविकांत ने बताया कि रिंग रोड पर कटाव की स्थिति बनी है. जिसे लेकर एनएचएआई को लिखा है.

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जयपुर की जनता के लिए ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई रिप्लाई नहीं आया है. हालांकि मौखिक रूप से एनएचएआई ने सुधारात्मक कदम उठाने की बात जरूर कही है. जयपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाने वाला रिंग रोड अब हादसों को न्योता देता नजर आ रहा है. इस मानसून में उच्च गुणवत्ता से बनी रिंग रोड की कलई खुल गई.

हालांकि, अब एनएचएआई की ओर से मिट्टी के कटाव को भी भरा जा रहा है. लेकिन अभी तक कोई संतोषप्रद जवाब एनएचएआई ने पेश नहीं किया है.

Intro:जयपुर - अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड को जोड़ने वाली रिंग रोड परियोजना के हाल बेहाल हैं। मानसून में बारिश के पानी से रिंग रोड के नीचे मिट्टी में हुए कटाव के बाद रिंग रोड के काम पर सवाल उठ रहे हैं। और कटघरे में एनएचएआई और निजी फर्म गावर कंपनी है। वहीं जेडीए की ओर से एनएचआई से मांगी गई रिपोर्ट का भी कोई जवाब अब तक नहीं दिया गया है। हालांकि एनएचएआई की ओर से सुधारात्मक काम करने की बात जरूर की जा रही है।


Body:रिंग रोड उच्च गुणवत्ता का है, और इसे 40 साल तक मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी। एनएचएआई, जेडीए और उस निजी फर्म का ये दावा था जिसके द्वारा रिंग रोड बनाई जा रही है। लेकिन ये दावा पहले ही मानसून में फेल साबित हुआ। रिंग रोड की उच्च गुणवत्ता वाली सीसी रोड के नीचे मिट्टी के कटाव से कई जगह रिंग रोड हवा में झूल रही है। जो किसी बड़े हादसे को आमंत्रित कर रही है। ईटीवी भारत में भी इस हकीकत को जेडीए प्रशासन के सामने रखा। इस संबंध में जेडीए ने भी एनएचआई से रिपोर्ट तलब की गई। हालांकि एनएचएआई से अब तक रिपोर्ट नहीं आई है। इस संबंध में जेडीसी टी रविकांत ने बताया कि रिंग रोड पर कटाव की स्थिति बनी है। जिसे लेकर एनएचएआई को लिखा है। जयपुर की जनता के लिए ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई रिप्लाई नहीं आया है। हालांकि मौखिक रूप से एनएचएआई ने सुधारात्मक कदम उठाने की बात जरूर कही है।
बाईट - टी रविकांत, जेडीसी


Conclusion:जयपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाने वाला रिंग रोड अब हादसों को न्योता देता नजर आ रहा है। इस मानसून में उच्च गुणवत्ता से बनी रिंग रोड की कलई खुल गई। हालांकि, अब एनएचएआई की ओर से मिट्टी के कटाव को भी भरा जा रहा है। लेकिन अब तक कोई संतोषप्रद जवाब एनएचएआई ने पेश नहीं किया है।
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