जयपुर. रिंग रोड उच्च गुणवत्ता का है और इसे 40 साल तक मेंटेनेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी. एनएचएआई, जेडीए और उस निजी फर्म का ये दावा था जिसके द्वारा रिंग रोड बनाई जा रही है. लेकिन ये दावा पहले ही मानसून में फेल साबित होता नजर आ रहा है. रिंग रोड की उच्च गुणवत्ता वाली सीसी रोड के नीचे मिट्टी के कटाव से कई जगह रिंग रोड हवा में झूल रही है. जिससे किसी बड़े हादसे का अंदेशा रहने लगा है.
ईटीवी भारत ने भी इस हकीकत को जेडीए प्रशासन के सामने रखा. इस संबंध में जेडीए ने भी एनएचएआई से रिपोर्ट तलब की है. हालांकि, एनएचएआई से अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. इस संबंध में जेडीसी टी. रविकांत ने बताया कि रिंग रोड पर कटाव की स्थिति बनी है. जिसे लेकर एनएचएआई को लिखा है.
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जयपुर की जनता के लिए ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई रिप्लाई नहीं आया है. हालांकि मौखिक रूप से एनएचएआई ने सुधारात्मक कदम उठाने की बात जरूर कही है. जयपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाने वाला रिंग रोड अब हादसों को न्योता देता नजर आ रहा है. इस मानसून में उच्च गुणवत्ता से बनी रिंग रोड की कलई खुल गई.
हालांकि, अब एनएचएआई की ओर से मिट्टी के कटाव को भी भरा जा रहा है. लेकिन अभी तक कोई संतोषप्रद जवाब एनएचएआई ने पेश नहीं किया है.