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जयपुर सिलेंडर ब्लास्ट: 1 लापरवाही ने छिनी 2 जिंदगियां...

जयपुर में चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर के पास मकान में सिलेंडर धमाके में एक मकान धराशाई हो गया. इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई. लापरवाही के कारण ये दुर्घटना घटित हुई. देखें रिपोर्ट...

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सिलेंडर फटने से हादसा
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Published : Mar 3, 2020, 12:18 AM IST

Updated : Mar 3, 2020, 7:16 AM IST

जयपुर. राजधानी के चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर के पास मकान में सिलेंडर फटने से तेज धमाके के साथ एक मकान धराशाई हो गया. हादसे में एक युवक झुलस गया और 2 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई, जिसमें एक महिला और एक बच्चा है.

बता दें कि मकान के मलबे के नीचे परिवार के लोग दब गए. चीख-पुकार मची तो स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़ पड़े. इसके बाद पुलिस एंबुलेंस और सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया गया. मलबे में दबे लोगों को करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया. लेकिन जब तक मलबे में दबे एक किशोर और एक महिला की मौत हो चुकी थी. धमाके के कारण ताड़केश्वर मंदिर और आसपास के कई मकानों में भी दरारें पड़ गईं. जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ताड़केश्वर मंदिर के पट बंद कर दिए.

जयपुर सिलेंडर ब्लास्ट : हो सकता था और भी बड़ा हादसा...

ऐसे हुआ धमाका...

जानकारी के अनुसार ये पूरा हादसा गैस लिकेज के वजह से हुआ है. रात के समय सिलेंडर के गैस पाइप में लीकेज के वजह से गैस निकलकर पूरे कमरे में भर चुकी थी. सुबह जब युवक ने कमरे में जाकर चूल्हा जलाने का प्रयास किया तो तेज धमाका हो गया. धमाका इतना तेज जबरदस्त था, कि देखते ही देखते मकान गिर गया और नीचे के घर में जो लोग थे वो मलबे के नीचे दब गए. देखते ही देखते चारों तरफ चीख पुकार मच गई.

पढ़ें- गैस सिलेंडर ब्लास्ट : मृतकों के परिजनों को 6-6 लाख, घायल को मिलेगा 2 लाख का मुआवजा

हो सकता था बड़ा हादसा

जिस मकान में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ, उसमें 6 सिलेंडर और थे. जिनमें से कुछ भरे हुए भी थे. हादसे के बाद मौके पर मौजूद पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने मकान के हिस्से से अलग-अलग कमरों में रखें 6 सिलेंडर बाहर निकाले. गनीमत ये रही की आग इन 6 सिलेंडरों में नहीं लगी. वरना ये हादसा विकराल रूप ले सकता है. जिस वक्त धमाका हुआ, उस वक्त मकान में 8 लोग मौजूद थे.

मकान की दीवार ताड़केश्वर मंदिर से लगी हुई है. सोमवार होने के कारण ताड़केश्वर मंदिर हादसे के वक्त श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी. अगर मकान में रखे उन अन्य सिलेंडरों में धमका होता तो, मंजर खौफनाक हो सकता था. सिलेंडर फटने के धमाका सुनकर मंदिर आए श्रद्धालूओं में अफरा-तफरी मच गई. धमाके में मंदिर के दीवार में भी दरार आ गई. जिसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए और मंदिर को खाली करा दिया गया.

पढ़ें: 'मौत' का 'हाईवे' : 140 KM तक इलाज के लिए तड़प जाएंगे आप...

पुलिस ने बताया कि जिस घर में धमाका हुआ उस घर में अधिकतर लोग किराएदार थे. किराएदार भी ताड़केश्वर मंदिर में पूजा करने वाले पुजारियों का परिवार बताया जा रहा है. धमाके के वक्त मकान में करीब 8 लोग वहां मौजूद थे. परिवार के पुरुष पूजा पाठ के लिए मंदिर जा चुके थे. कमरे में एक किशोर और एक महिला सहित अन्य लोग थे. मलबे के नीचे सबसे पहले किशोर का शव बरामद हुआ. इसके बाद महिला का शव भी बरामद किया गया. शव क्षत-विक्षत हालात में हो गए थे. किसी का हाथ अलग तो किसी का धड़ अलग हो चुका था. दोनों शवों को कंबल में लपेट कर एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.

एहतियात के तौर पर पुलिस ने आसपास के कई मकानों को खाली करा दिया. ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो सके. पुलिस के मुताबिक मकान पुराने और जर्जर हालात में थे. मकानों का निर्माण चूने से किया गया है. इस कारण धमाका हुआ तो आसपास के कई मकानों में वाइब्रेशन से ही दरारें पड़ गई. सुरक्षा के लिहाज से घरों को खाली करा दिया गया. मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के बाद मलबे को पूरी तरह से साफ करवाया गया और आसपास के मकानों में भी सुरक्षा के लिहाज से लोगो को अलर्ट किया गया है.

जयपुर. राजधानी के चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर के पास मकान में सिलेंडर फटने से तेज धमाके के साथ एक मकान धराशाई हो गया. हादसे में एक युवक झुलस गया और 2 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई, जिसमें एक महिला और एक बच्चा है.

बता दें कि मकान के मलबे के नीचे परिवार के लोग दब गए. चीख-पुकार मची तो स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़ पड़े. इसके बाद पुलिस एंबुलेंस और सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया गया. मलबे में दबे लोगों को करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया. लेकिन जब तक मलबे में दबे एक किशोर और एक महिला की मौत हो चुकी थी. धमाके के कारण ताड़केश्वर मंदिर और आसपास के कई मकानों में भी दरारें पड़ गईं. जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ताड़केश्वर मंदिर के पट बंद कर दिए.

जयपुर सिलेंडर ब्लास्ट : हो सकता था और भी बड़ा हादसा...

ऐसे हुआ धमाका...

जानकारी के अनुसार ये पूरा हादसा गैस लिकेज के वजह से हुआ है. रात के समय सिलेंडर के गैस पाइप में लीकेज के वजह से गैस निकलकर पूरे कमरे में भर चुकी थी. सुबह जब युवक ने कमरे में जाकर चूल्हा जलाने का प्रयास किया तो तेज धमाका हो गया. धमाका इतना तेज जबरदस्त था, कि देखते ही देखते मकान गिर गया और नीचे के घर में जो लोग थे वो मलबे के नीचे दब गए. देखते ही देखते चारों तरफ चीख पुकार मच गई.

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हो सकता था बड़ा हादसा

जिस मकान में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ, उसमें 6 सिलेंडर और थे. जिनमें से कुछ भरे हुए भी थे. हादसे के बाद मौके पर मौजूद पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने मकान के हिस्से से अलग-अलग कमरों में रखें 6 सिलेंडर बाहर निकाले. गनीमत ये रही की आग इन 6 सिलेंडरों में नहीं लगी. वरना ये हादसा विकराल रूप ले सकता है. जिस वक्त धमाका हुआ, उस वक्त मकान में 8 लोग मौजूद थे.

मकान की दीवार ताड़केश्वर मंदिर से लगी हुई है. सोमवार होने के कारण ताड़केश्वर मंदिर हादसे के वक्त श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी. अगर मकान में रखे उन अन्य सिलेंडरों में धमका होता तो, मंजर खौफनाक हो सकता था. सिलेंडर फटने के धमाका सुनकर मंदिर आए श्रद्धालूओं में अफरा-तफरी मच गई. धमाके में मंदिर के दीवार में भी दरार आ गई. जिसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए और मंदिर को खाली करा दिया गया.

पढ़ें: 'मौत' का 'हाईवे' : 140 KM तक इलाज के लिए तड़प जाएंगे आप...

पुलिस ने बताया कि जिस घर में धमाका हुआ उस घर में अधिकतर लोग किराएदार थे. किराएदार भी ताड़केश्वर मंदिर में पूजा करने वाले पुजारियों का परिवार बताया जा रहा है. धमाके के वक्त मकान में करीब 8 लोग वहां मौजूद थे. परिवार के पुरुष पूजा पाठ के लिए मंदिर जा चुके थे. कमरे में एक किशोर और एक महिला सहित अन्य लोग थे. मलबे के नीचे सबसे पहले किशोर का शव बरामद हुआ. इसके बाद महिला का शव भी बरामद किया गया. शव क्षत-विक्षत हालात में हो गए थे. किसी का हाथ अलग तो किसी का धड़ अलग हो चुका था. दोनों शवों को कंबल में लपेट कर एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.

एहतियात के तौर पर पुलिस ने आसपास के कई मकानों को खाली करा दिया. ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो सके. पुलिस के मुताबिक मकान पुराने और जर्जर हालात में थे. मकानों का निर्माण चूने से किया गया है. इस कारण धमाका हुआ तो आसपास के कई मकानों में वाइब्रेशन से ही दरारें पड़ गई. सुरक्षा के लिहाज से घरों को खाली करा दिया गया. मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के बाद मलबे को पूरी तरह से साफ करवाया गया और आसपास के मकानों में भी सुरक्षा के लिहाज से लोगो को अलर्ट किया गया है.

Last Updated : Mar 3, 2020, 7:16 AM IST
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