जयपुर. रीट पेपर लीक के प्रकरण में राजस्थान एसओजी ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते दिया है. रीट परीक्षा से पूर्व प्रश्न-पत्र प्राप्त करने के लिए एक अभ्यर्थी के लिए रुपयों की व्यवस्था करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया (SOG arrested one more accused) है.
एडीजी एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया कि बुधवार को जालौर के सांचौर निवासी ओमप्रकाश विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है. एसओजी को आरोपी की काफी लंबे समय से तलाश थी. अब तक के अनुसंधान में यह तथ्य उजागर हुए हैं कि ओमप्रकाश विश्नोई ने एक अभ्यर्थी राजूराम ईराम को रीट परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र प्राप्त करने के लिए रुपयों की व्यवस्था की थी. इसके बाद राजूराम ने परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र प्राप्त किया था.
अबतक 67 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई: आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद एसओजी मुख्यालय लाया गया है, जहां पर उससे प्रकरण को लेकर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे का अनुसंधान किया जाएगा. वहीं रीट पेपर लीक प्रकरण में अब तक राजस्थान एसओजी ने कुल 67 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. एसओजी इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.
यह है पूरा मामला: बता दें कि 26 सितंबर 2021 को राजस्थान में रीट भर्ती परीक्षा 2021 का आयोजन किया गया था. परीक्षा से ठीक 2 दिन पहले जयपुर के शिक्षा संकुल में प्रश्न पत्रों की सुरक्षा में तैनात राम कृपाल मीणा ने स्ट्रांग रूम से पेपर को लीक कर के उसकी 1.25 करोड़ रुपये में डील की. कृपाल मीणा ने डील कर प्रश्न पत्रों को उदाराम विश्नोई को बेचा दिया. जिसके बाद उदाराम ने यह पेपर आगे भजनलाल विश्नोई सहित गैंग के अन्य सदस्यों को भेज दिया. जिसके बाद से यह प्रश्न पत्र प्रदेश के अलग-अलग जिलों में परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों तक पहुंच गए. इस प्रकरण का खुलासा होने के बाद इसकी जांच राजस्थान एसओजी को सौंपी गई.