जयपुर. कोरोना के चलते देश भर में किए गए लॉक डाउन का एक सकारात्मक पहलू सामने आया है. जिसके तहत राजधानी जयपुर में महिला अपराधों में भारी कमी देखने को मिली है. लॉकडाउन से पूर्व जहां जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस कंट्रोल रूम अभय कमांड सेंटर में फोन पर महिला उत्पीड़न की दर्जनों शिकायतें प्राप्त होती थी. वहीं लॉकडाउन के दौरान फोन पर ऐसी कोई भी शिकायत पुलिस को प्राप्त नहीं हुई हैं.
वहीं चेन स्नेचिंग, पर्स स्नेचिंग और छेड़छाड़ जैसे प्रकरणों पर भी लॉकडाउन के दौरान पूरी तरह से अंकुश लगा है. इसके साथ ही राजधानी के महिला थानों में भी महिला अपराधों के प्रकरणों में काफी कमी देखने को मिली है.
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एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन के चलते राजधानी में महिला अपराधों का ग्राफ काफी कम हुआ है. लॉकडाउन से पहले प्रति माह जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के 4 महिला थानों में 20 से 30 प्रकरण के दर्ज हुआ करते थे. वहीं लॉकडाउन के पूरे पीरियड के दौरान अब तक महज 4 से 5 प्रकरण महिला अपराधों के सामने आए हैं.
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वहीं जहां पहले अभय कमांड सेंटर में फोन पर महिला उत्पीड़न से संबंधित दर्जनों शिकायतें प्राप्त होती थी. वहीं लॉकडाउन के दौरान महिला उत्पीड़न का ऐसा कोई भी प्रकरण सामने नहीं आया है. लॉकडाउन के दौरान महिला अपराधों में दर्ज की गई है, ये जयपुर पुलिस के लिए भी एक बड़ी राहत की बात है.