जयपुर. गेंहू के वितरण पर कमीशन बढ़ाने सहित अपनी चार मांगों को लेकर राशन विक्रेताओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया और सांकेतिक प्रदर्शन किया. उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया और सरकार से उनकी मांगों पर गौर करने का आग्रह किया. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो अगले महीने से प्रदेशभर में डीलर राशन सामग्री वितरण का बहिष्कार करेंगे.
राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता नियोजक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सरताज अहमद का कहना है कि प्रदेश के राशन डीलर गेंहू के वितरण पर मिलने वाले कमीशन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि गेंहू वितरण के कमीशन में प्रति क्विंटल 300 रुपए की बढ़ोतरी की जाए.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में घर-घर राशन सामग्री पहुंचाने के दौरान कई राशन डीलर कोरोना संक्रमित हो गए. कई राशन विक्रेताओं की तो मौत भी हो गई. उनके परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाए और अनुकंपा नियुक्ति में परिजन को आयुसीमा और योग्यता के प्रावधानों में छूट दी जाए. इसके साथ ही प्रदेशभर के राशन डीलर खाद्यान्न पर दो प्रतिशत छीजत देने की भी मांग कर रहे हैं.
उनका कहना है कि हर राशन विक्रेता को कम खाद्यान्न मिल रहा है. जिसके चलते उन्हें अनावश्यक नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि पोस मशीनों का मेंटिनेंस वे खुद के खर्चे पर करवाते हैं. इसलिए खाद्य विभाग की ओर से मेंटिनेंस के नाम पर जो राशि काटी जाती है। उस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए.
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प्रदेशाध्यक्ष सरताज अहमद का कहना है कि इन मांगों को लेकर राशन डीलरों ने पिछले महीने भी ज्ञापन दिया था. आज प्रदेशभर में सांकेतिक धरना दिया जा रहा है. अब भी यदि सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया, तो अगले महीने आंदोलन तेज करते हुए राशन सामग्री वितरण का बहिष्कार किया जाएगा.