जयपुर. राजधानी जयपुर के आमेर स्थित सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन की ओर से विश्व एड्स दिवस मनाया गया. विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रैपिड एक्शन फोर्स के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार धाकड़ ने सभी जवानों को एचआईवी संक्रमण से फैलने वाली बीमारी एड्स के प्रति जागरूक किया और एड्स के फैलने के कारण, लक्षण और रोकथाम के उपायों के बारे में बताया.
इस अवसर पर स्वच्छता पखवाड़े के तहत स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया गया. रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन के कमांडेंट लीलाधर महरानिया ने बटालियन के सभी जवानों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया. सभी को अपने घर, मोहल्ले, गांव और आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई बनाए रखने के लिए स्वच्छता की शपथ दिलाई.
कमांडेंट ने बताया कि पूरे विश्व में हर साल एचआईवी संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. विश्व में एड्स भयंकर बीमारी के रूप में साबित हो रहा है. इसको रोकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. पूरा समाज जागरूक होगा तभी एड्स जैसी भयंकर बीमारी से बचाव हो सकता है.
उन्हें बताया कि इस अवसर पर सभी जवानों और अधिकारियों को स्वच्छता के प्रति शपथ दिलाकर देश को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया गया है. आगे भी रैपिड एक्शन फोर्स की ओर से स्वच्छता अभियान चलाकर आस-पास के गांव में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा. सभी से अपील करेंगे कि स्वच्छता पर ध्यान दें ताकि बीमारियों से भी बचा जा सके.
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रैपिड एक्शन फोर्स के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार धाकड़ ने बताया कि एड्स होने के चार प्रमुख कारण हैं- असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित ब्लड चढ़ाने से, संक्रमित सुई का उपयोग करने, और चौथा कारण इनफेक्टेड मदर से बच्चे में यह बीमारी आना. इन्हीं चार कारणों से एड्स होता है. छूने से एड्स नहीं फैलता है. एड्स के प्रति लोगों में जितनी जागरूकता आएगी उतना ही एड्स जैसी बीमारी को दूर किया जा सकता है.
इस अवसर पर कमांडेंट लीलाधर महरानियां के साथ द्वितीय कमान अधिकारी सुरेश सिंह, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार धाकड़ सहित बटालियन के अधिकारी और जवान मौजूद रहे.