जयपुर. राजधानी के आमेर लालवास में सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन ने बुधवार को पुलिस शहीद स्मृति दिवस मनाया. शहीद दिवस के मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह समेत बटालियन के सभी अधिकारियों और जवानों ने शहीद स्मारक पर रीथ चढ़ाकर सम्मान के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी और सेरेमोनियल गार्ड की ओर से सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने बटालियन के सभी अधिकारियों और सभी जवानों को पुलिस शहीद दिवस के महत्व के बारे में बताया और शहीदों के नाम पढ़कर सुनाएं. जवानों ने शहीदों को सलामी दी. सभी ने 2 मिनट का मौन रखा. इस मौके पर बड़े जोश और जज्बे के साथ पुलिस शहीद दिवस मनाया.
आरएएफ 83 बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स को दंगों से निपटने, समाज के बीच विश्वास पैदा करने और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गठित किया गया था. हिंसा से निपटने की बात हो या अन्य किसी प्रकार के दंगों पर काबू करना हो रैपिड एक्शन फोर्स तत्परता से अपनी सेवाएं दे रही है. रैपिड एक्शन फोर्स देश को आंतरिक खतरों से बचाने का काम कर रही है.
वहीं, रैपिड एक्शन फोर्स 83 बटालियन की ओर से कई सराहनीय कार्य भी किए गए हैं. बटालियन अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सामाजिक सरोकार के कार्य भी कर रही है. देश की सुरक्षा सीआरपीएफ किया अहम जिम्मेदारी है, जिसे सीआरपीएफ बखूबी से निभाती है. देश में एकता, अखंडता और सौहार्द कायम रखने के लिए सीआरपीएफ हमेशा तत्पर रहती है. कमांडेंट ने सभी जवानों को एकजुट होकर देश की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया.
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कमांडेंट प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर सन 1959 को लद्दाख जम्मू कश्मीर के हॉट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीनी हमले का मुकाबला करते हुए शहीद हुए सीआरपीएफ के 10 वीर जवानों की शहादत को याद करने के लिए हर साल 21 अक्टूबर को पूरे देश में पुलिस शहीद स्मृति दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर सभी अधिकारियों और जवानों ने शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर शहादत को सम्मान दिया है.
इस दिवस पर भारत सरकार ने शहीदों की शहादत को सम्मान देते हुए 21 अक्टूबर को पूरे देश में पुलिस शहीद दिवस मनाने की घोषणा की. क्योंकि सीआरपीएफ के जवानों ने चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया और उनके मंसूबों को नाकाम किया था.