जयपुर. भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. जहां विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर सेमिनार आयोजित की गई थी, लेकिन लोकतांत्रिक संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्ता के विषय पर उपस्थित वक्ताओं ने चर्चा ही नहीं की और जितने भी वक्ता थे, वह सारे के सारे भारत सरकार के ऊपर निशाना साधते हुए दिखाई दिए. मैं कांग्रेस के मित्रों से कहना चाहता हूं कि इन संवैधानिक संस्थाओं के ऊपर खतरा तो तब हुआ था, जब इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को आप की सरकार मानने को तैयार नहीं हुई थी.
संवैधानिक संस्थाओं पर तो खतरा तब हुआ था, जब देश के अंदर आपातकाल लागू किया गया. संवैधानिक संस्थाओं के ऊपर खतरा तब हुआ था, जब उत्तर प्रदेश के अंदर कोई घटना घटित होती है और उसके साथ चार राज्यों की सरकारों को बर्खास्त किया जाता है. संवैधानिक संस्थाओं के ऊपर तो खतरा तब हुआ था, जब पीएम सेक्शन से पहले निर्वाचन आयोग की क्या दशा आपकी सरकारों ने कर रखी थी.
संवैधानिक संस्थाओं के ऊपर खतरा तब पैदा हुआ था, जब संसद में कोई बिल पेश किया जाता है और उस बिल की कॉपी एक ऐसे असंवैधानिक व्यक्ति जो संवैधानिक पदों पर भी नहीं है, उसके ओर से बिलों को फाड़ दिया जाता है. संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा तब पैदा हुआ था, जब एक लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गांधी परिवार रिमोट से चलाने का काम कर रहा था.
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उन्होंने कहा कि कम से कम ऐसे सेमिनारों के अंदर देश के तमाम लोगों को हकीकत बतानी चाहिए कि आपकी जब जब सरकारें रही, तब-तब लोकतांत्रिक इस देश के अंदर संवैधानिक संस्थाओं पर सिर्फ और सिर्फ आपने शिकंजा कसने का काम किया है. वर्तमान समय के अंदर संवैधानिक संस्थाएं स्वतंत्र होकर काम कर रही है, उन पर किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है.