जयपुर. पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा की बयानबाजी से जेड मामले ने तूल पकड़ लिया है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने बयानबाजी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि कुछ नेताओं की उत्पत्ति उस वक्त की तात्कालिक परिस्थितियों के कारण हुई हैं.
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ऐसे लोग पार्टी की रीति और नीति के बारे में नहीं समझते हैं. उन्हें यह नहीं पता है कि भारतीय जनता पार्टी किन आदर्शों और संस्कारों के ऊपर चलने वाली पार्टी है. इसलिए ऐसी परिस्थिति में उत्पन्न हुए नेता अनरगल बयान बाजी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे अनरगल बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व सख्त कार्रवाई करें. ताकि अन्य लोगों तक भी यह मैसेज जाए कि अगर कोई पार्टी की रीति और नीति के खिलाफ इस तरह से बयान देंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
बीजेपी मीडिया पैनलिस्ट और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने शर्मा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि जिस नेता को पार्टी ने इतना मान-सम्मान दिया विधायक बनाया, मंत्री बनाया, सांसद का चुनाव लड़ाया और वह पार्टी की विचारधारा के विपरीत जाकर पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस तरह से बयान बाजी जारी करें यह अनुशासन को तोड़ने वाला बयान है. किसी भी नेता का इस तरह से बयान देना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से मांग की कि वह इस तरह के बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करें.
बता दें कि पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा के सुर एक बार फिर बदल गए हैं, अब शर्मा ने एक बयान जारी कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के गुरुवार को हुए अलवर दौरे पर सवाल उठाए. शर्मा ने यहां तक कह दिया कि पूनिया के अलवर दौरे को लेकर जो उम्मीदे थी वो पूरी नहीं हुई. ऐसे में अब पार्टी विद डिफरेंस कहलाए जाने वाली भाजपा भगवान के भरोसे ही है और मुझे काफी चिंता भी हो रही है.