जयपुर. भाजपा में एक दर्जन मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होने के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बयान को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि (Clarification on Rajasthan BJP CM Candidates) हमारे यहां कांग्रेस की तरह परिवारवाद नहीं है. एक परिवार का आदेश नहीं चलता है, सभी लोग चर्चा कर निर्णय करते हैं.
जिला परिषद में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता मेहनत और परिश्रम करने वाला कार्यकर्ता है. कांग्रेस पार्टी की तरह यहां परिवारवाद नहीं है, हमारे यहां एक नेता और एक परिवार का आदेश नहीं चलता है. सभी लोग मिलकर चर्चा और परिचर्चा करते हैं, उसके बाद ही निर्णय लिया जाता है. हम लोग कैडर बेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं और कैडर बेस पार्टी का हर कार्यकर्ता महत्वपूर्ण होता है. किस कार्यकर्ता को आगे बढ़ाना है, यह सब पार्टी के वरिष्ठ नेता तय करते हैं.
विधायक दानिश अबरार की ओर से काले झंडे दिखाने के बयान पर (BJP Leader on MLA Danish Abrar) रामलाल शर्मा ने कहा कि यह कांग्रेस की एक सोची-समझी साजिश भी हो सकती है और एक रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है. कांग्रेस के सभी नेता 3 साल तक वर्चस्व की लड़ाई लड़ते रहे और जनता इनके सर्कस को देखती रही. कौन जीतता है और कौन हारता है, उसी पर चर्चा होती रही. कांग्रेस जनता से वादे के साथ सत्ता में आई थी. यदि कांग्रेस उन वादों पर ध्यान देती तो ज्यादा बेहतर होता. ग्रामीण क्षेत्रों में भी समस्याएं जस की तस बनी हुई है. कांग्रेस सरकार को ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं की ओर भी ध्यान देना चाहिए था.
यह दिया था सतीश पूनिया ने बयान...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को अलवर में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए कहा था कि भाजपा में सीएम पद के (Satish Poonia on CM Candidate in Rajasthan) एक दर्जन उम्मीदवार हैं. इससे पहले लोग भाजपा में लीडरशिप क्राइसिस बताते थे. पूनिया ने कहा कि भाजपा में सीएम पद के एक दर्जन उम्मीदवार होने को मैं इसकी खूबी मानता हूं. हमारे पास अनुभवी लोग हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह संसदीय बोर्ड तय करेगा. पार्टी परिस्थितियों के आधार पर कई बार मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करती है और कई बार नहीं करती. पूनिया ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हमारा चेहरा होंगे.