जयपुर. सांसद किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर स्थित सीमेंट प्लांट को चालू कराने के लिए मजदूरों के साथ ट्रेन से दुर्गापुरा स्टेशन पहुंचे. यहां से किरोड़ीलाल मीणा सीधे ही विधानसभा का घेराव करने के लिए कूच किया. उनके साथ बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा भी थे. मीणा अपने समर्थकों के साथ इमलीवाला फाटक तक पहुंचे. यहां से यहां पुलिस ने उन्हें विधानसभा की तरफ नहीं जाने दिया.
मीणा अपने समर्थकों के साथ सहकार मार्ग पहुंचे और यहां बीच रास्ते में डिवाइडर बैठकर रास्ते को जाम कर दिया. समर्थक भी मीणा के साथ बीच सड़क पर बैठ गए. रास्ता जाम करने से लंबा जाम लग गया. पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट किया. किरोड़ी लाल मीणा करीब 40 मिनट तक जाम लगाकर बैठे रहे. पुलिस अधिकारी ने मीणा से समझाइश की और उन्हें सहकार भवन के पीछे धरना स्थल पर चलने को कहा. काफी देर सोचने के बाद मीणा अपने समर्थकों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और वहां सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे.
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40 से 45 हजार करोड़ की संपत्ति खुर्द बुर्द करना चाहते है...
मीडिया से बात करते हुए मीणा ने कहा कि हमने विधानसभा को घेरने की कोशिश की थी. लेकिन पुलिस ने कहा कि हाईकोर्ट का स्थगन आदेश है. उस तरफ नहीं जा सकते. मीणा ने कहा कि सवाई माधोपुर में एशिया का सबसे बड़ा सीमेंट प्लांट लगाया गया था. साल 1987 में इस प्लांट को बंद कर दिया गया. इसे चलाने के लिए मजदूरों ने प्रदर्शन किया, जिसमें वे भी शामिल थे. साल 1992 में कमल मोरारका को यह प्लांट चलाने के लिए दिया था, लेकिन उन्होंने प्लांट नहीं चलाया. सीमेंट प्लांट की पूरे देश में 40 से 45 हजार करोड़ की अचल संपत्ति है. यह उद्योगपति प्लांट की अचल संपत्ति को दूर करना चाहते हैं.
सेठजी सेटिंग करके प्लांट की संपत्ति डकार जाए, यह बर्दाश्त नहीं होगा..
सुप्रीम कोर्ट ने साल 2008 में कमल मोरारका को हटाकर दूसरे उद्योगपति लाने को कहा था जो प्लांट चला सके. इसलिए सरकार से कहने आये हैं कि वे दूसरा उद्योगपति लेकर आए जो प्लांट चला सके. मीणा ने कहा कि साल 2007 में तो इन्हें 1154 क्वार्टर दिए थे. उनके पट्टा देने का मामला भी है. साथ ही 86 करोड़ रुपए मजदूरों का भुगतान बकाया है. उन्होंने कहा कि यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि सेठजी सेटिंग करके प्लांट को अपने प्रभाव में लाकर 40 से 45 हजार की संपत्ति को डकार जाए.
बेरोजगारों की ये थी मांगे...
बेरोजगार युवकों की मांग को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि फर्स्ट ग्रेड टीचर भर्ती के आंदोलन दौरान सरकार ने आश्वासन दिया था कि 3 हजार वैकेंसी और निकालेंगे और 31 हजार रीट में भर्ती निकालेंगे. लेकिन अभी तक कोई भर्ती नहीं निकाली गई. साथ ही उन्होंने एलडीसी परीक्षा 2013 की बैकलॉग एलडीसी भर्ती 2018 में जोड़कर बेरोजगारों को नियुक्ति देने की मांग की. मीणा ने फीस एक्ट भी लागू करने की मांग की.
आगे चलेंगी लाठियां...
मीणा ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि मोदी रोजगार नहीं दे रही. इस पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बेरोजगार और किसान के नाम पर सत्ता में आई थी. लेकिन यहां भी सरकार बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही. मीणा ने कहा कि हम लोग अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलना चाहते हैं. लेकिन वे पता नही कहां हैं. जब उनसे आगे की रणनीति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आगे लाठियां चलेंगी.