जयपुर. कोरोना वैक्सीन बर्बादी की जांच के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को लिखे गए पत्र के बाद सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी (Mahesh Joshi ) की ओर से राज्यपाल को लेकर की गई टिप्पणी पर सियासत भड़क गई है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने जोशी की ओर से संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल के खिलाफ की गई टिप्पणी को अमर्यादित और संवैधानिक परंपराओं के खिलाफ बताया है.
राठौड़ ने इस मामले में एक ट्वीट (Tweet) पर महेश जोशी की टिप्पणी को लेकर अपना वक्तव्य भी दिया. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में वैक्सीन बर्बादी की घटना की उच्चस्तरीय जांच को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखना राज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में आता है. राठौड़ के अनुसार यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस इसे राजनीतिक रंग दे रही है.
राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कई बार मुख्य सचेतक (Mahesh Joshi ) सरकार की नाकामी को छिपाने के लिए संवैधानिक प्रमुख को लेकर संयमित टिप्पणी कर चुके हैं. राजेंद्र राठौड़ ने महेश जोशी को कहा कि 'मित्र आप अंडर प्रेशर में न रहें और वैक्सीन बर्बादी के मामले की निष्पक्ष जांच कराएं'.
गौरतलब है कि महेश जोशी (Mahesh Joshi ) ने राज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के मामले में मीडिया में बयान दिया था कि राज्यपाल भले आदमी हैं, लेकिन वो अंडर प्रेशर में काम कर रहे हैं. जोशी ने कहा था कि केंद्र सरकार का राज्यों पर दबाव बनाने का अपना एजेंडा है, जिसके तहत राज्यपाल को मजबूर होकर जांच की बात करनी पड़ी.
बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस ने फ्री वैक्सीनेशन की मांग पर राज्यपाल (Kalraj Mishra) को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा था. उसी दिन राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान में वैक्सीन बर्बादी की जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था.