जयपुर. हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में पारित हुए कृषि विधेयकों को लेकर सियासत चरम पर है. कांग्रेस द्वारा आगामी 10 अक्टूबर तक एक पखवाड़े में होने वाले विरोध प्रदर्शन के प्रस्तावित कार्यक्रम पर भाजपा ने कटाक्ष किया है. प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इसे कांग्रेस की नौटंकी करार देते हुए कहा कि अपने अस्तित्व को बचाने की जुगत में लगी कांग्रेस पार्टी को किसानों के हित में पारित हुए विधेयक गलत लग रहे हैं. जबकि इसके लिए तो कांग्रेस को केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहिए.
राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा रवि की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में औसतन 25% की बढ़ोतरी भी की गई है. बावजूद इसके इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन कहां तक उचित है. राठौड़ ने कहा कि देश के दोनों सदनों में पारित हुए ऐतिहासिक प्रश्न विधायकों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से किए जाने वाले प्रदर्शन किसान विरोधी है और प्रदेश कांग्रेस नेता किसानों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं, उसमें भाजपा उन्हें कभी सफल नहीं होने देगी.
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राठौड़ के अनुसार स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को दरकिनार करने वाली कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार द्वारा पारित ब्लॉग के माध्यम से उसके सुझाव को अमल में लाने पर आज घड़ियाली आंसू बहा रही है. किसान भली-भांति समझ चुका है कि ये विधेयक उनकी समृद्धि के विकास के मार्ग को प्रशस्त करने वाला है. राठौड़ ने कहा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2019 के घोषणापत्र को लागू करने का जनादेश नहीं मिला और जब केंद्र सरकार ने जनादेश की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए देश के किसानों को अपनी उपज किसी भी व्यक्ति और किसी भी व्यापारी को किसी भी स्थान पर विक्रय करने का अधिकार देकर किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में कदम उठाए तो अब कांग्रेस अपनी ही घोषणा पत्र को झुठलाने में लगी हुई है.