जयपुर. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर शुक्रवार को जमकर जुबानी हमला बोला. भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता के दौरान राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बिना अनुमति के किसी का भी फोन टेप नहीं किया जा सकता है. राजस्थान में जनप्रतिनिधियों के फोन टेप कर उनकी निजता पर लगतार हमला किया जा रहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा था कि हम लोगों के टेलीफोन टेप हो रहे हैं और हमारी बात सही साबित हो गई है. राठौड़ ने कहा कि आज कोई भी किसी की भी आवाज की मिमिक्री कर किसी को भी फंसा सकता है.
राठौड़ ने कहा कि इस हफ्ते में 124 A धारा के तहत तीसरा मुकदमा दर्ज किया गया है. यह राजस्थान के इतिहास में पहली बार हुआ है. यह वो ही धारा है जिसके लिए कांग्रेस ने कहा था कि यदि वह केंद्र में सरकार बनाती है तो इस धारा को हटा दिया जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस धारा का बेवजह इस्तेमाल कर रहे हैं.
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SOG के मानेसर जाने पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि बिना मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट या एसपी की अनुमति के एसओजी मानेसर नहीं जा सकती. जो नेता अपने मुखिया से प्रताड़ित है और एक जगह रह रहे हैं, अपनी सरकार बचाने के लिए गहलोत सरकार एसओजी के जरिए उन विधायकों को आतंकित करना चाहती है. बीटीपी के विधायकों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया गया था.
गहलोत पर किया कटाक्ष
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का. मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री हैं, एसओजी उनकी है, लेकिन शिकायत करने वाला कोई नहीं है. केवल मात्र एक ऑडियो क्लिप के माध्यम से यह कार्रवाई की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के कई ऐसे फैसले हैं जिसमें ऑडियो को सबूत नहीं माना गया.
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राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में टिड्डियों का हमला और कोरोना आदि कई ऐसे मसले हैं, जिन पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. प्रदेश की 7 करोड़ जनता का दुर्भाग्य है कि उनके और से चुनी गई सरकार आज मृत्युशैया पर है. पिछले कई महीनों से बिना सरकार के शासन चलाया जा रहा है.
किया जाएगा विरोध...
कांग्रेस टुकड़ों में बंटी हुई पार्टी है और उसका दोष गजेंद्र सिंह जैसे लोगों पर लगाना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कानून के जानकारों से राय ली जाएगी और सड़क से संसद तक लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध किया जाएगा.
मुख्यमंत्री के OSD के खिलाफ हो मामला दर्ज
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. रात को मुख्यमंत्री निवास में बैठकर उसने सोशल मीडिया पर यह ऑडियो क्लिप डाली. इसकी जांच की जाती तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता. राठौड़ ने कहा कि यदि हिम्मत है तो इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया जाए.