जयपुर. राजस्थान में विधानसभा प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर प्रदेश के प्रख्यात सर्जन डॉ. दिनेश जिंदल की मौत का कारण चिकित्सकीय बदहाली व कुप्रबंधन को बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब चिकित्सा मंत्री द्वारा स्वयं यह स्वीकार करना कि प्रदेश में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड हो चुका है.
जिससे राज्य में कोरोना के फैलाव की विस्फोटक स्थिति हो गई है. ऐसे में राज्य सरकार को एसएमएस अस्पताल में भी कोरोना संक्रमितों का उपचार करना शुरू करना चाहिए.
एक लाख पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा
राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा 1 लाख को पार कर चुका है. वहीं जिन संक्रमित रोगियों के संक्रमित होने का सॉर्स मालूम नहीं है, ऐसे एक्टिव केसों की संख्या भी 15 हजार पार कर गई है.
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प्राइवेट अस्पतालों का अधिग्रहण करें राज्य सरकार
राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार के तमाम कपोल कल्पित दावों के बावजूद सरकारी व निजी क्षेत्रों में चिकित्सकीय संसाधन कम पड़ रहे हैं. ऐसी आपात स्थिति में यह अब आवश्यक हो गया है कि राज्य सरकार ने जिन निजी चिकित्सालयों को रियायती दरों पर जमीन आवंटित की है. उनका तत्काल अधिग्रहण कर प्रशासक नियुक्त कर सरकार द्वारा घोषित दरों पर मरीजों का इलाज करवाने का प्रबंधन तत्काल करना चाहिए. साथ ही सवाई मानसिंह चिकित्सालय में भी कोरोना संक्रमितों का इलाज प्रारंभ कर देना चाहिए.
साथ ही राठौड़ ने कहा कि डॉ. जिंदल की चिकित्सकीय संसाधनों की कमी के कारण हुई मौत से सरकार को सबक लेते हुए कोरोना योद्धा के रूप में काम करने वाले चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मियों की जांच व इलाज हेतु त्वरित व विशेष व्यवस्था करनी चाहिए.