ETV Bharat / city

नोखा जेल ब्रेक पर राजेंद्र राठौड़ का बड़ा बयान, कहा- राज्य की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है

author img

By

Published : Apr 21, 2021, 8:38 PM IST

राजेंद्र राठौड़ ने नोखा जेल ब्रेक के बाद गहलोत सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया. राठौड़ ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और चारों तरफ अपराध और अपराधियों का तांडव मचा हुआ है. पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है. वहीं आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में अपराधी सरकार के सिस्टम को ही चुनौती दे रहे हैं.

rajendra rathore,  gehlot government
नोखा जेल ब्रेक पर राजेंद्र राठौड़ का बड़ा बयान

जयपुर. राजस्थान में फलोदी जेल से 22 कैदियों के फरार होने की घटना के बाद अब मात्र 15 दिनों के भीतर ही बीकानेर की नोखा जेल से 5 कैदियों के फरार होने की घटना पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ और बेनीवाल ने इस मामले में अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि यह घटना राज्य सरकार के पुख्ता कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोलते हुए जेल की सुरक्षा व्यवस्था की सच्चाई बयां कर रही है.

पढे़ं: कोरोना को लेकर गहलोत सरकार के प्रयासों की गुलाबचंद कटारिया ने की तारीफ, कही ये बड़ी बात

राठौड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और चारों तरफ अपराध और अपराधियों का तांडव मचा हुआ है. कांग्रेस राज के कुशासन में आपराधिक क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं. पुलिस तंत्र की अकर्मण्यता व नाकामी के कारण अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि अब वह सुनियोजित तरीके से जब चाहे तब बड़ी आसानी से कानून व्यवस्था को धता बताकर जेल से भाग रहे हैं.

राठौड़ ने कहा कि सरकार की लचर कानून व्यवस्था के कारण जहां एक ओर राज्य की जेलें अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगार साबित हो रही हैं वहीं गैंगस्टर कैदियों द्वारा फोन पर लोगों को डराकर रंगदारी मांगना व जेल में मारपीट की आपराधिक घटनाएं अब आम बात हो गई हैं. वहीं 15 दिनों के भीतर ही जेल में बंद कैदियों के फरार व बेखौफ अपराधियों द्वारा पुलिसकर्मियों को सरेआम गोली से उड़ाने के जैसी घटना प्रदेश में अंजाम हो रही है और पुलिस का इकबाल समाप्त हो गया है.

राठौड़ ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के फरार होने की घटना दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के समक्ष नतमस्तक हो चुका है. वहीं सत्ताधारी विधायक कठपुतली बन गये हैं, वह अपने आकाओं को खुश करने में लगे हुए हैं और उनका कानून व्यवस्था को दुरुस्त करवाने की ओर कोई ध्यान नहीं है.

राठौड़ ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के लिए राज्य सरकार की कानून व्यवस्था वरदान साबित हो रही है. जेल की सलाखों के पीछे बंद कैदी कानून व्यवस्था का मखौल उड़ाने से नहीं चूक रहे हैं. इससे शर्मनाक बात क्या होगी कि राज्य में आमजन तो क्या अब तो राज्य की जेल तक सुरक्षित नहीं हैं. वास्तविकता है कि जेल अधिकारियों, कर्मचारियों और अपराधियों का गठजोड़ सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है और पुलिस प्रशासन इनके सामने बौना साबित हो रहा है.

वहीं आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट करके कहा कि इस प्रकार के मसले पर राज्य सरकार को तत्काल जिम्मेदार बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. हनुमान बेनीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस प्रकार के प्रकरण में केवल जेल प्रहरियों को हटाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है. अब राजस्थान में अपराधी सरकार के सिस्टम को ही चुनौती दे रहे हैं.

जयपुर. राजस्थान में फलोदी जेल से 22 कैदियों के फरार होने की घटना के बाद अब मात्र 15 दिनों के भीतर ही बीकानेर की नोखा जेल से 5 कैदियों के फरार होने की घटना पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ और बेनीवाल ने इस मामले में अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि यह घटना राज्य सरकार के पुख्ता कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोलते हुए जेल की सुरक्षा व्यवस्था की सच्चाई बयां कर रही है.

पढे़ं: कोरोना को लेकर गहलोत सरकार के प्रयासों की गुलाबचंद कटारिया ने की तारीफ, कही ये बड़ी बात

राठौड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और चारों तरफ अपराध और अपराधियों का तांडव मचा हुआ है. कांग्रेस राज के कुशासन में आपराधिक क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं. पुलिस तंत्र की अकर्मण्यता व नाकामी के कारण अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि अब वह सुनियोजित तरीके से जब चाहे तब बड़ी आसानी से कानून व्यवस्था को धता बताकर जेल से भाग रहे हैं.

राठौड़ ने कहा कि सरकार की लचर कानून व्यवस्था के कारण जहां एक ओर राज्य की जेलें अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगार साबित हो रही हैं वहीं गैंगस्टर कैदियों द्वारा फोन पर लोगों को डराकर रंगदारी मांगना व जेल में मारपीट की आपराधिक घटनाएं अब आम बात हो गई हैं. वहीं 15 दिनों के भीतर ही जेल में बंद कैदियों के फरार व बेखौफ अपराधियों द्वारा पुलिसकर्मियों को सरेआम गोली से उड़ाने के जैसी घटना प्रदेश में अंजाम हो रही है और पुलिस का इकबाल समाप्त हो गया है.

राठौड़ ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के फरार होने की घटना दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के समक्ष नतमस्तक हो चुका है. वहीं सत्ताधारी विधायक कठपुतली बन गये हैं, वह अपने आकाओं को खुश करने में लगे हुए हैं और उनका कानून व्यवस्था को दुरुस्त करवाने की ओर कोई ध्यान नहीं है.

राठौड़ ने कहा कि जेल में बंद कैदियों के लिए राज्य सरकार की कानून व्यवस्था वरदान साबित हो रही है. जेल की सलाखों के पीछे बंद कैदी कानून व्यवस्था का मखौल उड़ाने से नहीं चूक रहे हैं. इससे शर्मनाक बात क्या होगी कि राज्य में आमजन तो क्या अब तो राज्य की जेल तक सुरक्षित नहीं हैं. वास्तविकता है कि जेल अधिकारियों, कर्मचारियों और अपराधियों का गठजोड़ सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गया है और पुलिस प्रशासन इनके सामने बौना साबित हो रहा है.

वहीं आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट करके कहा कि इस प्रकार के मसले पर राज्य सरकार को तत्काल जिम्मेदार बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. हनुमान बेनीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि इस प्रकार के प्रकरण में केवल जेल प्रहरियों को हटाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है. अब राजस्थान में अपराधी सरकार के सिस्टम को ही चुनौती दे रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.