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राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव में मतदान को लेकर स्थिति साफ नहीं, टैब या एप से हो सकते हैं चुनाव - जयपुर न्यूज

राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव में मतदान प्रक्रिया को लेकर स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. पहले टैब से मतदान कराने की थी, लेकिन अब एप के जरिए भी कराया जा सकता है. मतदाता को मतदान एप में वोट डालकर अपनी सेल्फी भी देनी होगी.

Rajasthan Youth Congress elections, राजस्थान में यूथ कांग्रेस चुनाव
राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव में मतदान की स्थिति साफ नहीं हुआ है
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Published : Feb 7, 2020, 12:23 PM IST

जयपुर. राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल हो चुके हैं. इसके लिए मतदाताओं को रिझाने का काम शुरू हो गया है. राजस्थान में यूथ कांग्रेस में साढ़े चार लाख सक्रिय मतदाता है. ऐसे में चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा और जिसकी मेंबरशिप ज्यादा होगी, उसे निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा.

राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव में मतदान की स्थिति साफ नहीं

चुनाव में कौन बाजी मारेगा, यह तो 23 तारीख को आने वाले नतीजों में सामने आएगा, लेकिन उससे पहले यूथ कांग्रेस आलाकमान के सामने चुनौती ये है, कि चुनाव में मतदान कैसे करवाया जाए.

पहले यह तय किया गया था, कि पंजाब में हुए यूथ कांग्रेस के चुनाव की तरह ही टैब के माध्यम से करवाया जाए, जिसके तहत 18 से 21 फरवरी तक हर दिन 50 विधानसभाओं में यह चुनाव करवाया जाता, लेकिन अब यह संभव नहीं है, क्योंकि पंजाब यूथ कांग्रेस के चुनाव में आई फर्जी मतदान शिकायतों के कारण पंजाब में दोबारा मतदान हुआ था.

इसके बाद पंजाब यूथ कांग्रेस ने एक एप के माध्यम से मतदान करवाया और पंजाब में जो एप इस्तेमाल लिया गया था, उसमें मतदाता को वही नंबर इस्तेमाल करना था, जो उसने मेंबरशिप के दौरान रजिस्टर्ड करवाया था. उसी नंबर पर मतदाता के पास ओटीपी पहुंचेगा, जिसे आने के बाद ही एप के जरिए मतदान किया जा सकेगा.

मतदान उसी मतदाता ने किया है, जो मेंबर है, इसकी दूसरे स्तर पर भी चेकिंग होगी और जो भी मतदाता एप के जरिए मतदान करेगा, उसे मतदान करने के बाद अपनी सेल्फी भी डालनी होगी, तभी उसका वोट वैध माना जाएगा.

यह भी पढ़ें- जयपुर: पौने दो करोड़ रुपए के तांबे से भरा ट्रक लूटने वाली गैंग के तीन शातिर बदमाश गिरफ्तार

हकीकत यह है, कि यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप करवाते समय कुछ बड़े नेताओं ने मेंबरशिप तो करवाई, लेकिन जो नंबर उसमें डाले वह या तो उसी समय सिम खरीद कर नए नंबर डाले या फिर किसी ऐसे व्यक्ति के नंबर डाले, जिसे यूथ कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं था. ऐसे में अगर एप के जरिए मतदान होगा तो ओटीपी उसी नंबर पर जाएगा, जो मेंबरशिप के समय डाला गया था. ऐसे में मतदाता बिना ओटीपी के अपना वोट नहीं दे पाएगा.

जयपुर. राजस्थान में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल हो चुके हैं. इसके लिए मतदाताओं को रिझाने का काम शुरू हो गया है. राजस्थान में यूथ कांग्रेस में साढ़े चार लाख सक्रिय मतदाता है. ऐसे में चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा और जिसकी मेंबरशिप ज्यादा होगी, उसे निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा.

राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव में मतदान की स्थिति साफ नहीं

चुनाव में कौन बाजी मारेगा, यह तो 23 तारीख को आने वाले नतीजों में सामने आएगा, लेकिन उससे पहले यूथ कांग्रेस आलाकमान के सामने चुनौती ये है, कि चुनाव में मतदान कैसे करवाया जाए.

पहले यह तय किया गया था, कि पंजाब में हुए यूथ कांग्रेस के चुनाव की तरह ही टैब के माध्यम से करवाया जाए, जिसके तहत 18 से 21 फरवरी तक हर दिन 50 विधानसभाओं में यह चुनाव करवाया जाता, लेकिन अब यह संभव नहीं है, क्योंकि पंजाब यूथ कांग्रेस के चुनाव में आई फर्जी मतदान शिकायतों के कारण पंजाब में दोबारा मतदान हुआ था.

इसके बाद पंजाब यूथ कांग्रेस ने एक एप के माध्यम से मतदान करवाया और पंजाब में जो एप इस्तेमाल लिया गया था, उसमें मतदाता को वही नंबर इस्तेमाल करना था, जो उसने मेंबरशिप के दौरान रजिस्टर्ड करवाया था. उसी नंबर पर मतदाता के पास ओटीपी पहुंचेगा, जिसे आने के बाद ही एप के जरिए मतदान किया जा सकेगा.

मतदान उसी मतदाता ने किया है, जो मेंबर है, इसकी दूसरे स्तर पर भी चेकिंग होगी और जो भी मतदाता एप के जरिए मतदान करेगा, उसे मतदान करने के बाद अपनी सेल्फी भी डालनी होगी, तभी उसका वोट वैध माना जाएगा.

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हकीकत यह है, कि यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप करवाते समय कुछ बड़े नेताओं ने मेंबरशिप तो करवाई, लेकिन जो नंबर उसमें डाले वह या तो उसी समय सिम खरीद कर नए नंबर डाले या फिर किसी ऐसे व्यक्ति के नंबर डाले, जिसे यूथ कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं था. ऐसे में अगर एप के जरिए मतदान होगा तो ओटीपी उसी नंबर पर जाएगा, जो मेंबरशिप के समय डाला गया था. ऐसे में मतदाता बिना ओटीपी के अपना वोट नहीं दे पाएगा.

Intro:राजस्थान में यूथ कांग्रेस चुनाव में मतदान कैसे हो यह बना एक चुनौती पहले टैब से मतदान कराने की थी बात लेकिन अब ऐप के जरिए भी कराया जा सकता है मतदान ऐप में वोट डालकर अपनी सेल्फी भी देनी होगी मतदाता को लेकिन ऐप चुनाव कराया तो घर बैठे मतदाता दे सकेगा अपना वोट


Body:राजस्थान में यूथ कांग्रेस चुनाव के लिए मैदान तैयार हो चुका है। नामांकन दाखिल हो चुके हैं और अब मतदाताओं को रिझाने का काम शुरू हो चुका है। यूथ कांग्रेस में साडे चार लाख सक्रिय मतदाता राजस्थान में है ऐसे में चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा और जिसकी मेंबरशिप ज्यादा करवाई हुई होगी उसे निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा। बहरहाल चुनाव में कौन बाजी मारेगा यह तो 23 तारीख को आने वाले नतीजों मैं सामने आ ही जाएगा लेकिन उससे पहले यूथ कांग्रेस आलाकमान के सामने चुनौती ये है कि चुनाव में मतदान कैसे करवाया जाए पहले यह तय किया गया था की मतदान पंजाब में हुए यूथ कांग्रेस के चुनाव की तरह टैब के माध्यम से करवाया जाए जिसके तहत 18 से 21 फरवरी तक हर दिन 50 विधानसभाओं में यह चुनाव करवाया जाता लेकिन पंजाब यूथ कांग्रेस के चुनाव में आई फर्जी मतदान शिकायतों का असर रहा कि जहां भी पंजाब में दोबारा मतदान हुआ वहां यूथ कांग्रेस ने एक ऐप के माध्यम से मतदान करवाया गया और पंजाब में जो ऐप इस्तेमाल लिया गया था उसमें मतदाता को वही नंबर इस्तेमाल करना था जो उसने मेंबरशिप के दौरान रजिस्टर्ड करवाया था। उसी नंबर पर मतदाता के पास ओटीपी पहुंचेगा जिसे आने के बाद ही ऐप के जरिए मतदान किया जा सकेगा मतदान उसी मतदाता ने किया है जो मेंबर है इसकी दूसरे स्तर पर भी चेकिंग होगी और जो भी मतदाता ऐप के जरिए मतदान करेगा उसे मतदान करने के बाद अपनी सेल्फी भी डालनी होगी तभी उसका वोट माना जाएगा।
बाइट सुमित भगासरा उम्मीदवार यूथ कांग्रेस अध्यक्ष

एप से मतदान हुआ हो सकती है कई नेताओं को दिक्कत क्योंकि मेंबरशिप कराने वाले नेताओं ने मतदाताओं के नंबर छुपाने के लिए दिए थे गलत नंबर
अगर ऐप के जरिए मतदान होता है तो ऐसे में चुनाव लड़ रहे कई नेताओं के सामने दिक्कत भी आ सकती है। अब आप सोचेंगे एप से ट्रांसपेरेंसी से चुनाव होंगे तो फिर दिक्कत कैसे लेकिन हकीकत यह है यूथ कांग्रेस की मेंबरशिप करवाते समय कुछ बड़े नेताओं ने मेंबरशिप तो करवाई लेकिन जो नंबर उसमें डालें वह या तो उसी समय सिम खरीद कर नए नंबर डालें या फिर किसी ऐसे व्यक्ति के नंबर डालें जिसे यूथ कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं था। ऐसे में अगर ऐप के जरिए मतदान होगा तो ओटीपी उसी नंबर पर जाएगा जो मेंबरशिप के समय डाला गया था तो मतदाता बिना ओटीपी के अपना वोट नहीं दे पाएगा।




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