जयपुर. जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी के नेतृत्व (Mahesh Joshi in Denmark) में डेनमार्क गए प्रतिनिधि मंडल ने डेनमार्क की आरहूस नदी जल परियोजना नॉरसेलिस बॅन बेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का बुधवार को अवलोकन किया. प्रतिनिधि मण्डल ने प्लांट से एनर्जी प्रोडक्शन की प्रक्रिया भी देखी. जोशी ने कहा कि आरहूस नदी जल परियोजना वाटर मेनेजमेंट सिस्टम का एक बेहतरीन उदाहरण है.
डेनमार्क में डॉ. जोशी और उनके साथ गए अधिकारियों के स्वागत में भारतीय दूतावास की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा कि पानी की बचत ही पानी का उत्पादन है. इसलिए हमें जल संरक्षण की दिशा में लोगों को जागरूक करना होगा. उन्होंने कहा कि डेनमार्क दौरे (Minister Mahesh Joshi Denmark tour) के दौरान यहां के पेयजल प्रबंधन एवं पेस्ट वाटर ट्रीटमेंट (paste water treatment) में अपनाई जा रही तकनीक के बारे में जानने के अवसर मिला. उन्होंने उम्मीद जताई कि इन तकनीक का लाभ राजस्थान को मिलेगा.
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मंत्री महेश जोशी ने राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निशुल्क दवा योजना, पेयजल प्रबंधन और जल संरक्षण की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में निवेश के अनूकूल माहौल बना है. राजस्थान निवेश हब बनने जा रहा है.
जोशी ने डेनमार्क के निवेशकों को भी राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया. इस दौरान जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार, डेनमार्क में भारतीय राजदूत पूजा कपूर और प्रतिनिधि मंडल में शामिल अन्य अधिकारी उपस्थित थे.