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Rajasthan Weather Update : प्रदेश में मंगलवार से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से होगी बारिश

प्रदेश में धूप निकलने से लोगों को सर्दी से राहत मिली है. लेकिन एक बार फिर से मौसम (Rajasthan Weather Update) का मिजाज बदलने वाला है. मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार तक मौसम साफ रहेगा और मंगलवार से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. बीती रात जयपुर के जोबनेर का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

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Published : Feb 20, 2022, 10:48 AM IST

Rajasthan Weather Update
राजस्थान मौसम अपडेट

जयपुर. प्रदेश में धूप निकलने से लोगों को सर्दी से राहत मिली है. लेकिन एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है. मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार तक मौसम साफ रहेगा और मंगलवार से नया पश्चिमी विक्षोभ (New Western Disturbance in Rajasthan) सक्रिय होगा. पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर पश्चिम भारत के कुछ भागों में देखने को मिलेगा. बीती रात जयपुर के जोबनेर का न्यूनतम तापमान (Temperature 4 Degree Celsius In Jobner) 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बादल छाए रहेंगे और कई जगह पर बारिश होने की संभावना जताई गई है. कहीं-कहीं पर ठंडी हवाओं का दौर भी देखने को मिल रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उत्तर पश्चिम राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू समेत कई जगह पर देखने को मिलेगा. तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है. पक्षी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है. इसके आंशिक प्रभाव से बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे. कई जगह पर हल्की बारिश (Rain Alert In Rajasthan) की संभावना जताई गई है.

पढ़ें : मेघ बरसने के साथ होगी फरवरी की विदाई, अगले सप्ताह से बदलेगा मौसम का मिजाज

प्रदेश में न्यूनतम तापमान : प्रदेश में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature Of Rajasthan) की बात की जाए तो अजमेर में 11.2 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 7.8 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 10.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 9.8 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 12.8 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 9.9 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 8.5 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 12.8 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 10.5 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 10.8 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 8.3 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 9.8 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 14.8 डिग्री सेल्सियस, पाली में 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

पढ़ें : आज है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, ये उपाय करने से मिलेगा भगवान गजानन का आशीर्वाद

जैसलमेर में 13.5 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 11.2 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 13.6 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 12.9 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 9.5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 11.6 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 12.2 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 10.4 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 13.5 डिग्री सेल्सियस, बारां में 8.8 डिग्री, डूंगरपुर में 14 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 8.2 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 9.6 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 12.2 डिग्री सेल्सियस, फतेहपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस, करौली में 6.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक (Rajasthan IMD Weather Report) प्रदेश में मंगलवार से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. बार-बार बदल रहे मौसम से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. पश्चिमी हवा चलने की वजह से रबि की फसलों को नुकसान पहुंचा है. लगातार बदल रहे मौसमों से किसानों की फसलें झुलस गई और रोग लग गया. रोग का असर सबसे ज्यादा जीरे की फसल पर पड़ा है, जिससे अन्नदाताओं को काफी परेशानी हो रही है. सरसों की फसल पकने की कगार पर है. तेज हवाओं के चलने से फूलों को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है. अगर बारिश होती है तो फसलों को भी नुकसान होगा.

जयपुर. प्रदेश में धूप निकलने से लोगों को सर्दी से राहत मिली है. लेकिन एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है. मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार तक मौसम साफ रहेगा और मंगलवार से नया पश्चिमी विक्षोभ (New Western Disturbance in Rajasthan) सक्रिय होगा. पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर पश्चिम भारत के कुछ भागों में देखने को मिलेगा. बीती रात जयपुर के जोबनेर का न्यूनतम तापमान (Temperature 4 Degree Celsius In Jobner) 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बादल छाए रहेंगे और कई जगह पर बारिश होने की संभावना जताई गई है. कहीं-कहीं पर ठंडी हवाओं का दौर भी देखने को मिल रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उत्तर पश्चिम राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू समेत कई जगह पर देखने को मिलेगा. तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है. पक्षी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है. इसके आंशिक प्रभाव से बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे. कई जगह पर हल्की बारिश (Rain Alert In Rajasthan) की संभावना जताई गई है.

पढ़ें : मेघ बरसने के साथ होगी फरवरी की विदाई, अगले सप्ताह से बदलेगा मौसम का मिजाज

प्रदेश में न्यूनतम तापमान : प्रदेश में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature Of Rajasthan) की बात की जाए तो अजमेर में 11.2 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 7.8 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 10.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 9.8 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 12.8 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 9.9 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 8.5 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 12.8 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 10.5 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 10.8 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 8.3 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 9.8 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 14.8 डिग्री सेल्सियस, पाली में 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

पढ़ें : आज है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, ये उपाय करने से मिलेगा भगवान गजानन का आशीर्वाद

जैसलमेर में 13.5 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 11.2 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 13.6 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 12.9 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 9.5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 11.6 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 12.2 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 10.4 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 13.5 डिग्री सेल्सियस, बारां में 8.8 डिग्री, डूंगरपुर में 14 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 8.2 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 9.6 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 12.2 डिग्री सेल्सियस, फतेहपुर में 13.2 डिग्री सेल्सियस, करौली में 6.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक (Rajasthan IMD Weather Report) प्रदेश में मंगलवार से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. बार-बार बदल रहे मौसम से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. पश्चिमी हवा चलने की वजह से रबि की फसलों को नुकसान पहुंचा है. लगातार बदल रहे मौसमों से किसानों की फसलें झुलस गई और रोग लग गया. रोग का असर सबसे ज्यादा जीरे की फसल पर पड़ा है, जिससे अन्नदाताओं को काफी परेशानी हो रही है. सरसों की फसल पकने की कगार पर है. तेज हवाओं के चलने से फूलों को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है. अगर बारिश होती है तो फसलों को भी नुकसान होगा.

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