जयपुर. जलदाय विभाग के तकनीकी कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होने से उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है. राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ अब 14 फरवरी को अपनी समस्याओं का समाधान नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन करेगा. वहीं राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा है कि मांगे नहीं मानी गई तो कठोर कदम उठाया जाएगा.
राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करता रहा है. हर बार अपनी मांग पूरी करने को लेकर उच्च अधिकारियों की ओर से उन्हें आश्वासन भी मिलता रहा है. राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ के बैनर तले तकनीकी कर्मचारियों ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता को मांगों को लेकर ज्ञापन भी दिया था, लेकिन उनकी मांगें पूरी नही हुई. इसलिए कर्मचारियों ने 14 फरवरी को गांधीनगर कार्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.
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जिन समस्याओं को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है, वे निम्न हैं...
- शहरी व ग्रामीण जल योजनाओं पर कार्य तकनीकी कर्मचारियों की संशोधित स्थाई वरिष्ठता सूची जारी की जाए
- शहरी जल योजनाओं पर कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों की पदोन्नति करवाई जाए. जिला वृत जयपुर के अधीन कर्मचारियों की डीपीसी पिछले 5 साल से भी अधिक समय से नहीं हुई है. अधीक्षण अभियंता की हठधर्मिता के कारण राज्य सरकार के निर्देशों की पालना नहीं की जा रही. पिछले कई सालों से कर्मचारियों की डीपीसी नहीं हुई. जिसके कारण वे अपने वर्तमान पद से ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं
- यात्रा भत्ता, चिकित्सा बिलों पर अतिरिक्त बजट दिलवा कर भुगतान करवाया जाए और गंभीर बीमारी से ग्रसित कर्मचारियों के लिए अलग से बजट दिलवाया जाए
- नियमित और स्थाई किए गए कर्मचारियों के सीपीएफ खाते की राशि को जीपीएफ खाते में स्थानांतरण करवाया जाए. बाहर से स्थानांतरित होकर आए कर्मचारियों के खाते स्थानांतरित कराए जाए.
- तकनीकी कर्मचारियों से उनके पद के अनुसार कार्य कराया जाए
- ठेकेदारों विभिन्न जल योजनाओं पर नियमानुसार कार्य नहीं कर राज्य सरकार को नुकसान पहुंचा रहे है. इसकी जांच करवाकर दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी मांग की गई है
वहीं दूदू के अधीनस्थ जल योजना साखून में कार्यरत कर्मचारी मंगल चंद बुनकर के साथ मारपीट के मामले में भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसे लेकर भी कर्मचारियों में रोष है. साथ ही जिस फर्म के कर्मचारियों ने मारपीट की, वह फर्म घटिया साम्रगी लगाकर अधिकारियों से मिलीभगत कर भ्रष्टाचार कर रहा है. उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाने की मांग की है.
साथ ही कर्मचारियों ने ठेकेदारों की ओर से जल योजनाओं पर नियम अनुसार कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है. इसकी भी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर्मचारियों ने की.