जयपुर. राजस्थान में उच्च शिक्षा विभाग की परीक्षाओं में बैठने के लिए अब वैक्सीन लगवाने की अनिवार्यता हटा दी गई है. अब ऐसे विद्यार्थी भी परीक्षा दे सकेंगे, जिनके अभी तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लग पाई है. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है.
इससे पहले राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने मंत्री भाटी के साथ परीक्षा और वैक्सीनेशन को लेकर चर्चा की. दरअसल, पिछले दिनों सरकार ने कोरोना संकट के चलते स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा करवाने और अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया था.
उसी समय यह भी निर्देश दिए गए थे कि वैक्सीन की एक डोज लगवाने पर ही विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने दिया जाए. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने से विद्यार्थियों के वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी कम रही है. ऐसे में राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी से मुलाकात कर हालात से अवगत करवाया. इसके बाद परीक्षा में बैठने के लिए वैक्सीनेशन की अनिवार्यता में शिथिलता दी गई है. हालांकि, विद्यार्थियों से यह अंडरटेकिंग ली जाएगी कि उपलब्धता होने पर वे वैक्सीन लगवा लेंगे.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान विश्वविद्यालय में स्नातक-स्नातकोत्तर के करीब एक लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं. जिनकी परीक्षा 29 जुलाई से शुरू होनी है. लेकिन इनमें से महज 60 फीसदी विद्यार्थियों को ही वैक्सीन लग पाई है. जबकि 40 फीसदी विद्यार्थियों को परीक्षा से दो दिन पहले तक भी वैक्सीन नहीं लग पाई है.