जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेजों में एडमिशन का दौर जारी है. लेकिन सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट जारी नहीं होने से जहां एक ओर एडमिशन कट ऑफ लिस्ट देरी से निकलेगी. वहीं विश्वविद्यालय ने इसी सत्र से 10 फ़ीसदी फीस भी बढ़ा दी (Rajasthan University hiked fees) है. जिससे छात्रों की जेब पर अतिरिक्त भार भी पड़ेगा. ऐसे में विश्वविद्यालय का ये फैसला भी छात्रों को रास नहीं आ रहा.
कोरोना काल के बाद एक बार फिर राजस्थान यूनिवर्सिटी ने 10 फीसदी फीस बढ़ा दी है. विश्वविद्यालय प्रवेश शुल्क के साथ सामान्य कॉशनमनी, प्रयोगशाला कॉशनमनी, शिक्षण शुल्क, प्रयोगशाला शुल्क, शैक्षिक यात्रा शुल्क, क्रीडा शुल्क, बीमा शुल्क, स्थानांतरण प्रमाण पत्र शुल्क से लेकर परीक्षा शुल्क और अन्य शुल्क लेती है. इन सभी में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. एलएलबी, पीएचडी के शुल्क में भी बढ़ोतरी हुई है.
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5.25 लाख विद्यार्थियों को 15 करोड़ रुपए ज्यादा फीस देनी होगी: यूनिवर्सिटी से किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के सर्टिफिकेट कोर्स में भी बढ़ी हुई फीस लागू होगी. यूनिवर्सिटी के नियमित और प्राइवेट करीब 5.25 लाख विद्यार्थियों को 15 करोड़ रुपए सालाना अतिरिक्त फीस देनी होगी. राजस्थान यूनिवर्सिटी और चारों संघटक कॉलेजों के छात्रों को प्रवेश शुल्क में भी बढ़ी फीस देनी होगी. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का ये फैसला छात्र संगठनों को रास नहीं आ रहा.
छात्र नेताओं का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने इस सत्र गुपचुप फीस में इजाफा कर दिया. इसे लेकर यूनिवर्सिटी ने कोई सर्कुलर भी जारी नहीं किया. ऐसे में एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र संगठनों ने फैसला वापस नहीं लेने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है. उधर, सीबीएसई कक्षा 12वीं का रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया है. लेकिन राजस्थान यूनिवर्सिटी के संघटक कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऐसे में संभावना है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी एडमिशन के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ा सकती है.