जयपुर. रीट पेपर लीक के प्रकरण में राजस्थान एसओजी ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को पेपर उपलब्ध करवाने और प्रश्न-पत्र पढ़ने वाले तीन और आरोपियों को जालोर से गिरफ्तार किया है. एडीजी एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया कि शनिवार की रात जालोर के निवासी ओमप्रकाश विश्नोई, प्रकाश कुमार उर्फ प्रकाश बागली और जबराराम विश्नोई को (police arrested 3 people on REET paper leak case) गिरफ्तार किया है.
पढ़ें : 007 गैंग का सरगना राजू मांजू के साथ रीट पेपर लीक प्रकरण का आरोपी विकास मांजू भी गिरफ्तार
अब तक के अनुसंधान में यह तथ्य उजागर हुए हैं कि प्रकाश और जबराराम ने रीट परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र को अभ्यर्थियों तक पहुंचाया था. वहीं, ओमप्रकाश ने अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र हासिल कर उसे पढ़ा था. रीट पेपर के लीक प्रकरण में अब तक राजस्थान एसओजी ने कुल 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जयपुर के एसओजी मुख्यालय लाया गया, जहां इनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि पूछताछ में जो तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर मामले में अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.
यह है पूरा मामला : बता दें कि 26 सितंबर 2021 को राजस्थान में रीट भर्ती परीक्षा 2021 का आयोजन किया गया था. परीक्षा से ठीक 2 दिन पहले जयपुर के शिक्षा संकुल में प्रश्न पत्रों की सुरक्षा में तैनात राम कृपाल मीणा ने स्ट्रांग रूम से पेपर को लीक कर के उसकी 1.25 करोड़ रुपये में डील की. कृपाल मीणा ने डील कर प्रश्न पत्रों को उदाराम विश्नोई को बेचा दिया. जिसके बाद उदाराम ने यह पेपर आगे भजनलाल विश्नोई सहित गैंग के अन्य सदस्यों को भेज दिया. जिसके बाद से यह प्रश्न पत्र प्रदेश के अलग-अलग जिलों में परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों तक पहुंच गए. इस प्रकरण का खुलासा होने के बाद इसकी जांच राजस्थान एसओजी को सौंपी गई.