जयपुर. राजस्थान एसओजी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नागालैंड राज्य से फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनवाने वाले बीकानेर निवासी 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार (SOG arrested 4 accused who got fake arms license from Nagaland) किया है. एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि वर्ष 2017 में उदयपुर जिले के सूखैर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके अनुसंधान में पाया गया था कि सीकर और जयपुर के कुछ बदमाशों ने एक नेक्सस बनाकर उदयपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 125 से अधिक लोगों के फर्जी आर्म्स लाइसेंस नागालैंड से बनवाए थे. गैंग से जुड़े सभी लोग नागालैंड के दीमापुर निवासी भंवर लाल ओझा से संपर्क कर राजस्थान में रहने वाले लोगों को नागालैंड से फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनवा कर दिलवा रहे थे. इस पूरे प्रकरण की एसओजी की ओर से जांच की गई और मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
फर्जी लाइसेंस बनवा खरीदे हथियार: गिरोह के सदस्यों ने आर्म्स लाइसेंस बनवाने वाले लोगों से 3 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से वसूले और फिर नागालैंड में रह रहे भंवरलाल व उसके साथियों के साथ मिलीभगत कर आर्म्स लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले लोगों के दस्तावेजों में काट छांट कर उन्हें नागालैंड निवासी बताकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार किए. उन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नागालैंड में मौजूद गिरोह के सदस्यों ने नागालैंड के लाइसेंस डिप्टी कमिश्नर के नाम, बुकलेट, रबड़ मुहर और हस्ताक्षर का फर्जी प्रयोग करते हुए फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाए.
फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाने के बाद गिरोह के सदस्यों की ओर से उसे राजस्थान में रहने वाले लोगों तक पहुंचाया गया और उन फर्जी आर्म्स लाइसेंस के जरिए लोगों ने हथियार भी विक्रय किए. हालांकि गिरोह के सदस्यों की ओर से बड़ी तादाद में लोगों को फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनावा कर दिए गए हैं. किन-किन लोगों को फर्जी आर्म्स लाइसेंस जारी किया गया है. उसके बारे में फिलहाल जानकारी जुटाई जा रही है और प्रकरण में शनिवार को कार्रवाई करते हुए बीकानेर से बृजेंद्र सिंह, नवल सिंह, जुगल सिंह व कमल किशोर को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्त में आए आरोपियों से 4 फर्जी आर्म्स लाइसेंस बरामद किए गए हैं. फिलहाल प्रकरण में एसओजी की जांच लगातार जारी है.