जयपुर. काफी लंबे समय से घाटे में चल रही रोडवेज को अब घाटे से उबारने के लिए रोडवेज के सीएमडी राजेश्वर सिंह लगातार प्रयास कर रहे हैं. कोरोना में प्रवासी राजस्थानियों को उनके घर पहुंचाने के लिए भी राजस्थान रोडवेज ने एक अहम भूमिका निभाई थी. सभी प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने को लेकर रोडवेज की काफी तारीफ भी हुई थी. कोरोना से पहले रोजाना करीब 5 करोड़ की आमदनी रोडवेज को होती थी. यानी महीने की 150 करोड़.
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जैसे ही कोरोना का कहर शुरू हुआ और देशव्यापी लॉकडाउन लग गया. जिसके चलते रोडवेज को बंद करना पड़ा. अनलॉक में राजस्थान रोडवेज को दोबारा से शुरू किया गया. लेकिन रोडवेज की आय में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही थी. लेकिन बीते 1 माह से अब रोडवेज दोबारा से पटरी पर लौटने लगी है. रोडवेज की आय में भी बढ़ोतरी हुई है. जहां पहले 1 महीने में रोडवेज 150 करोड़ कमा रही थी. अब 115 करोड़ तक पहुंच गई है. कोरोना में रोडवेज की कमाई आधी हो गई थी.
राजस्थान रोडवेज के सीएमडी राजेश्वर सिंह ने बताया कि कर्मचारियों के प्रयास से रोडवेज 115 करोड़ की आय तक पहुंच गई है. लेकिन यह स्थिति अभी तक संतोषजनक नहीं है. रोडवेज की आय में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण शादीयों का सीजन रहा. फिलहाल किसान आंदोलन के चलते रोडवेज की आय पर प्रभाव पड़ रहा है. राजेश्वर सिंह ने कहा कि बेहतर काम करने वाले रोडवेज के चालक और परिचालकों को सम्मानित किया जाएगा. सभी जोनल मैनेजर को बेहतर कार्य करने पर जोनल ऑफ द मंथ और जनरल ऑफ द ईयर के अवार्ड से भी सम्मानित किया जाएगा.