जयपुर. राजस्थान रोडवेज के कर्मचारी, यूनियन अधिकारियों के मूलभूत शाखा से अन्य शाखा पर लगाने पर बड़े सवाल उठा रहे है. हाल ही में कर्मचारी यूनियन ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से रोडवेज अधिकारियों को मूलभूत शाखा में लगाने और रोडवेज की व्यवस्था सुधारने की मांग की है. वहीं कर्मचारी यूनियन के सुझाव पर परिवहन मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द ही रोडवेज की व्यवस्थाएं सुधारी जाएगी.
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी देवकरण चौधरी ने बताया कि आज रोडवेज घाटे का सौदा क्यों हो रहा है. इसका मूल कारण है कि बस स्टैंडों पर चीफ मैनेजर को मेन पावर देने से रोडवेज में भ्रष्टाचार का बोलबाला पनप गया है. जिससे रोडवेज घाटे की ओर जाने लगी है. जिसका मुख्य कारण है कि भ्रष्टाचार की सबसे बड़ी कड़ी चीफ मैनेजर बन गया है. चीफ मैनेजर की ओर से कर्मचारियों द्वारा चौथ वसूली करना ही घाटे का कारण बन रहा है.
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साथ ही बताया कि जो कर्मचारी अधिकारी को वसूली देगा तो वे रोडवेज बसों से चोरी करके ही आगे वसूली देगा. जिसके कारण भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा की आज रोडवेज में मासिक वेतन भी कर्मचारियों को समय पर नहीं मिल रहे हैं. सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कई सालों से बकाया लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. जिसके लिए कर्मचारियों को कई बार सड़कों पर उतर कर आंदोलन भी करना पड़ता है.
इसके लिए रोडवेज यूनियन ने परिवहन मंत्री से मिलकर कर्मचारी यूनियन ने चीफ मैनेजर के पावर खत्म कर व्यवस्था सुधारने की मांग की है. जिससे रोडवेज घाटे से उभार सके और रोडवेज को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके. रोडवेज विभाग के मुख्य अधिकारी भी मानते है कि रोडवेज के अधिकारी ही रोडवेज को घाटे में लाने के मुख्य कारण माने जा रहे है. क्योंकि हर कोई भ्रष्टाचार में लिप्त है.
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चीफ मैनेजर से लेकर फ्लाइंग शाखा के अधिकारी भ्रष्टाचार करने और रोडवेज को डुबाने में लगा है. जब तक इन अधिकारियों की ट्रैकिंग नहीं होगी तब तक रोडवेज को घाटे से नहीं बचाया जा सकेगा. क्योंकि अन्य शाखा के अधिकारी रोडवेज में वसूली करने में लगे हुए है.