जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा की 4 सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले भाजपा ने उदयपुर में अपने और समर्थित विधायकों की बाड़ेबंदी की. तो वहीं सोमवार से बीजेपी भी प्रशिक्षण शिविर के नाम पर विधायकों की बाड़ेबंदी करने जा रही है. सोमवार दोपहर 2 बजे भाजपा से जुड़े सभी विधायक प्रदेश मुख्यालय में एकत्रित होंगे और शाम 5 बजे वहां से आगरा रोड में जामडोली स्थित एक होटल रिसॉर्ट में पहुंचेंगे. खाने की होटल रिसॉर्ट कौन सा होगा उसका खुलासा अभी नहीं किया गया है. प्रदेश नेतृत्व ने सभी बीजेपी विधायकों को रविवार रात तक जयपुर पहुंचने के निर्देश दिए थे वहीं सोमवार दोपहर यह सभी विधायकों को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में बुलाया गया है. जहां पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया समेत कुछ प्रमुख नेता उन्हें संबोधित करेंगे और वहां से ही वे जामडोली स्थित एक होटल रिसोर्ट के लिए रवाना हो जाएंग. बताया जा रहा है शाम 5 बजे से इस होटल रिसॉर्ट में बीजेपी विधायकों को प्रशिक्षण शिविर के नाम पर एक जगह एकत्रित कर रखा जाएगा.
10 जून सुबह तक रहेंगे शिविर में: राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है. ऐसे में भाजपा अपने सभी विधायकों को इस शिविर के जरिए 10 जून सुबह तक बाड़ेबंदी में रखेगी. इस बार शिविर में विधायकों के लिए कई पाबंदियां भी रहेगी खास तौर पर मोबाइल पर बातचीत और बिना किसी अति आवश्यक कार्य के टीम से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी. बताया जा रहा है कि शिविर के दौरान राज्यसभा चुनाव मैं किस तरह मतदान होता है उसकी ट्रेनिंग तो मिलेगी ही साथ ही और फिर विधायकों को बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के पक्ष में ला सकते हैं इसकी भी रणनीति बनेगी.
विधायकों को 4-5 दिन के कपड़े और जरूरी सामान के साथ बुलाया: बताया जा रहा है बीजेपी विधायकों को सोमवार दोपहर पार्टी मुख्यालय में बुलाया गया है साथ ही उन्हें कहा गया है कि वह अपने साथ 4 से 5 दिन के कपड़े और रोजमर्रा का जरूरी सामान साथ लेकर आए. मतलब 6 जून से लेकर 10 जून सुबह तक इन सभी विधायकों को प्रशिक्षण कैंप में ही रहना होगा और इस दौरान उनके बाहर निकलने पर भी पाबंदी रहेगी.
वरिष्ठ विधायक और बुजुर्ग विधायकों को मिलेगी छूट: बीजेपी प्रशिक्षण शिविर के रूप में की जा रही विधायकों के बाडेबंदी में कुछ उम्र दराज वरिष्ठ विधायकों को रोजाना आने जाने की छूट दी जाएगी. वही चुनाव की रणनीति में जुटे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी यह छूट मिलेगी ताकि वह रणनीति के तहत निर्दलीय बीजेपी समर्थित प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के लिए बाहर से विधायकों का समर्थन जुटा सके.
राज्यसभा चुनाव में मुकाबला हुआ रोचक,यह है वोटों का गणित: राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायक है. मतलब इन चुनाव में 200 विधायक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इनमें कांग्रेस के खुद के विधायक 108 है जबकि आरएलडी के एक विधायक डॉ सुभाष गर्ग सरकार में मंत्री हैं. इस तरह कांग्रेस के 109 विधायक हुए. इसी तरह भाजपा के 71 विधायक,आरएलपी के 3 विधायक,बीटीपी के 2 माकपा के 2 और 13 निर्दलीय विधायक हैं. राज्यसभा चुनाव में उतरे प्रत्याशियों को जीत के लिए प्रथम वरीयता के 41 वोट चाहिए. कांग्रेस ने 3 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं. इनमें रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवाड़ी शामिल हैं. जबकि भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी के रूप में एक और डॉ सुभाष चंद्रा के रूप में भाजपा निर्दलीय समर्थित उम्मीदवार मैदान में हैं. राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले ही उदयपुर के 7 सितारा होटल में अपने और समर्थित विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है और अब बीजेपी भी सोमवार से अपने विधायक को के प्रशिक्षण शिविर के नाम पर यह बाड़े बंदी शुरू करने जा रही है.