जयपुर. राज्यसभा चुनाव (Rajasthan Rajyasabha Election) के लिए कांग्रेस ने जहां राजस्थान में बाहरी प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने स्थानीय नेता पर दांव खेला. राजस्थान में एक भी सीट पर स्थानीय प्रत्याशी नहीं उतारने पर भाजपा ने कांग्रेस पर जुबानी हमला शुरू कर दिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अब कांग्रेस में स्थानीय उम्मीदवारों का टोटा है और बिना लोकल कौन होगा वोकल.
दरअसल, रविवार देर रात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा पर एक कटाक्ष किया. पूनिया ने एक ट्वीट के जरिए लिखा कि 'कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ राजस्थान में और अब लीजिए इस चिंतन शिविर की एक और उपलब्धि. अब स्थानीय उम्मीदवारों का टोटा 'बिना लोकल, कौन होगा वोकल'.
केवल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ही नहीं बल्कि सत्तारूढ़ दल का समर्थन करने वाले और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार व निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी बाहरी प्रत्याशी बनाए जाने पर सवाल उठाए हैं. संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी से पूछा कि राजस्थान में किसी भी कांग्रेस नेता या कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाने के क्या कारण हैं.
बता दें कि भाजपा ने राज्यसभा की एक सीट पर स्थानीय और पार्टी के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी को प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने राज्यसभा की 3 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए जिनमें रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को प्रत्याशी बनाया गया है. ये तीनों ही नेता राजस्थान के बाहर के हैं. मतलब साफ है कि अब राजस्थान राज्यसभा चुनाव में स्थानीय वर्सेस बाहरी प्रत्याशियों का मुद्दा भी हावी रहेगा.