जयपुर. राजस्थान कांग्रेस का पॉलिटिकल ड्रामा जारी है. एक ओर 76 विधायकों ने (Rajasthan political Crisis) अपने इस्तीफे स्पीकर सीपी जोशी को सौंप दिए हैं. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर भी संशय बरकरार है. इस सियासी उथल-पुथल के बीच पायलट और गहलोत को लेकर सोशल मीडिया पर कई फेक न्यूज वायरल हो रहे हैं. जिसका दोनों नेताओं ने खंडन किया है.
सीएम गहलोत और पायलट के बीच कुर्सी की जंग में फेक न्यूज़ भी जमकर प्रसारित हो रहे हैं. मंगलवार को भी यह खबरें वायरल हो रही थी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे राजनीतिक घटनाक्रम पर अपना पक्ष मीडिया के माध्यम से (Fake news Viral about Gehlot) रखेंगे. ऐसे में मीडियाकर्मी मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने का प्रयास करने लगे या जानकारी लेने लगे. जब यह खबरें मुख्यधारा में भी प्रसारित होने लगीं तो मुख्यमंत्री के ओएसडी ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री का कोई प्रेस वार्ता का कार्यक्रम नहीं है.
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इसी क्रम में एक खबर सचिन पायलट को लेकर भी वारयल हुई, जिसमें यह लिखा था कि पायलट (Fake news Viral about Pilot) ने आलाकमान से यह कहा है कि अगर अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद के लिए नामांकन करते हैं तो वे मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह सकते. विधायकों को एकजुट रखने की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की है. खबर मुख्यधारा में चलने के कुछ देर बाद ही सचिन पायलट को भी इस खबर का खंडन करना पड़ा.