जयपुर. एक ओर राजस्थान विधानसभा में अजय माकन (Ajay Maken) का कांग्रेस विधायकों के साथ रायशुमारी का दौर शुरू हो चुका है, तो दूसरी ओर विधानसभा पहुंचे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) ने इसपर निशाना साधा है. कटारिया ने कहा कि सरकार बचाने के लिए भले ही कितने भी काम कर लिए जाएं, लेकिन जिस प्रकार से कांग्रेस में धड़ाबंदी हुई है उसके कारण सरकार नहीं चल पाएगी. चाहे कांग्रेस कितना भी प्रयास क्यों न कर लें.
गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इस सर्वे के लिए विधानसभा परिसर की जगह किसी अन्य जगह का इस्तेमाल करना चाहिए था ताकि विधानसभा परिसर की गरिमा बनी रहती. जब किसी पार्टी के नेताओं के बीच विवाद हो जाए तो सरकार ठीक से काम नहीं कर पाती है और राजस्थान में दुर्भाग्य से यही हालात चल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आश्वासन देकर समय निकालने का प्रयास किया और अब जिस भी तरीके से सर्वे किया जाए चाहे कुछ भी पूछे, राजस्थान की सरकार जनता का भला नहीं कर पाएगी. इसके साथ ही कटारिया (Gulabchand Kataria) ने कहा कि सबसे व्यक्तिगत पूछने का मतलब कहीं ना कहीं कोई गड़बड़ी लग रही है. एक-एक व्यक्ति से बात करने का मतलब कभी मंत्रिमंडल के बारे में चर्चा नहीं होती बल्कि सरकार के कामकाज के बारे में विधायकों की राय और मुख्यमंत्री के बारे में विधायकों की राय क्या है, इसी के आधार पर चर्चा होती है.
माकन की पाठशाला पर पूनिया का तंज
वहीं, प्रदेश में गहलोत सरकार मंत्रिमंडल पुनर्गठन और विस्तार के ठीक पहले चल रही कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन की रायशुमारी से जुड़ी पाठशाला पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने व्यंगात्मक तंज कसा है. पूनिया ने ट्वीट के जरिए अजय माकन को संबोधित करते हुए लिखा की 'खोद रहे हैं पहाड़ निकलेगी ना चुहिया भी'