जयपुर. प्रदेश में गत 14 मई को दूसरी पारी में आयोजित की गई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर जयपुर के झोटवाड़ा स्थित दिवाकर पब्लिक सेकेंडरी स्कूल से आउट होने के बाद रद्द की गई. इस परीक्षा को अब पुलिस मुख्यालय 22 जून को आयोजित करवाने जा रहा (Rajasthan Police constable bharti exam on 22nd June) है. जिसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं और सभी जिलों के एसपी को सुरक्षा के कड़े प्रबंध रखने के विशेष निर्देश दिए गए हैं. एडीजी भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड बिनीता ठाकुर ने बताया कि अनियमितताओं के चलते 14 मई की दूसरी पारी की परीक्षा को रद्द किया गया था और अब 22 जून को परीक्षा नए सिरे से आयोजित करवाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि 14 मई को आयोजित हुई दूसरी पारी की परीक्षा के लिए तकरीबन 3 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें से 1 लाख 62 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए थे. दोबारा आयोजित होने वाली परीक्षा में 1 लाख 62 हजार अभ्यर्थी को ही रिअपीयर होने का मौका दिया जाएगा. साथ ही परीक्षा की गरिमा बनी रहे और अभ्यर्थियों को भी किसी तरह की अनियमितताओं का सामना न करना पड़े, इस पर विशेष फोकस रखा जाएगा. अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र की जानकारी जल्द ही राजस्थान पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी.
पढ़ें: Constable Paper Leak Case: पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में स्कूल की मान्यता रद्द
ये था मामला: गत 14 मई को दूसरी पारी में आयोजित की गई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर राजधानी की टोला थाना इलाके में स्थित दिवाकर पब्लिक सेकेंडरी स्कूल से आउट हुआ (Police constable paper leaked on 14th May) था. इसके बाद डीजीपी एमएल लाठर ने 14 मई को दूसरी पारी में हुई परीक्षा को स्थगित करने के आदेश जारी किए थे. साथ ही एसओजी की ओर से इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए सेंटर अधीक्षक, सह अधीक्षक और स्ट्रांग रूम के प्रभारी एएसआई सहित 8 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था.
मुख्य आरोपी मोहन की पत्नी गिरफ्तारः कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में एसओजी ने मुख्य आरोपी मोहन और उसकी पत्नी प्रिया को जयपुर से गिरफ्तार किया था. पेपर लीक करने के इस पूरे प्रकरण में प्रिया की भी अपराध में संलिप्तता पाई गई. मामले में अब तक एसओजी कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और शेष फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश जारी है. इस मामले में झोटवाड़ा स्थित दिवाकर पब्लिक स्कूल का नाम पेपर लीक को लेकर सामने आया था. जिसके बाद प्रशासन ने स्कूल की मान्यता को रद्द कर दिया. वहीं निजी शिक्षण संस्था के संचालक मुकेश शर्मा एवं अन्य अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.