जयपुर. राजस्थान पैराटीचर्स का लंबित मांगों को लेकर 15 अक्टूबर से शहीद स्मारक पर धरना जारी है. मदरसा पैराटीचर्स ने भी 1 से 6 नवंबर तक शहीद स्मारक पर अपने परिजनों के साथ महापड़ाव डाला था. सरकार की ओर से मांगें पूरी नहीं होने से अब संघर्ष ने जिला कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय के बाहर धरना देने का ऐलान कर दिया है.
दरअसल प्रदेश के पैराटीचर्स नियमित करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. सरकार की ओर से लंबित मांगों की पूर्ति नहीं होने से अब पैराटीचर प्रदेश के 200 विधायकों के घर धरना देंगे. पैराटीचर्स तीन दिनों तक धरना देंगे. 40 से 50 विधायकों के घर सोमवार को धरना दिया गया. संघर्ष समिति के संयोजक शमशेर भालू खान ने बताया कि अब पैराटीचर प्रदेश के सभी जिला कांग्रेस कार्यालयों पर धरना देंगे. साथ ही बड़ी संख्या में पैराटीचर्स प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना देंगे. उन्होंने कहा कि अपनी मांग दिल्ली और यूपी में रखने के लिए एक-एक टीम रवाना कर दी गई है.
पढ़ें. CM Gehlot कल से जोधपुर दौरे पर... प्रशासन गांवों और शहरों के संग अभियान का करेंगे औचक निरीक्षण
संघर्ष समिति और दांडी यात्रा संयोजक शमशेर भालू खान ने कहा कि मदरसा पैराटीचर सालों से नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं. इसी परिप्रेक्ष्य में चूरू से दांडी यात्रा भी शुरू की गई थी. सरकार से वार्ता करने के लिए दो बार इसे स्थगित किया जा चुका है. आश्वासन देने के बावजूद भी सरकार ने वार्ता नहीं करके पैराटीचर्स के साथ धोखा किया है. धरने का सोमवार को 25वां दिन है और शमशेर भालू खान को आमरण अनशन करते हुए आज 19 दिन हो चुके हैं.
पढे़ं. अलवर: श्रम मंत्री के खिलाफ हुआ मेव समाज, धरने पर बैठे लोग...कहा- मंत्री को हटाओ
संयुक्त संघर्ष समिति के निर्णय के अनुसार 15 जिलों में मंत्रियों और विधायकों के आवास पर धरना शुरू हो चुका है. तीन दिनों में संपूर्ण राजस्थान के 200 विधायकों के घर धरना दिया जाएगा. संघर्ष समिति के बैनर तले अब तक मंत्री बीडी कल्ला, मंत्री सालेह मोहम्मद, मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री अशोक चांदना, विधायक मनीष पंवार, विधायक जाहिदा खानां, विधायक रामकेश मीना, विधायक दानिश अबरार, विधायक राजेंद्र राठौड़, विधायक राजेंद्र पारीक, विधायक मनोज मेघवाल, विधायक पब्बा राम विश्नोई के घरों पर पैराटीचर्स धरना दे चुके हैं. कुछ जिलों में कांग्रेस कार्यालयों के बाहर सोमवार को धरना दिया गया है.