जयपुर. कांग्रेस विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत की ओर से 28 अगस्त को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के सामने मिलीभगत से हो रहे अवैध खनन का मुद्दा उठाने के बाद खनन विभाग अब इमेज सुधारने में जुट गया है. माइंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीकर और नीमकाथाना में 37 स्टॉकिस्टों को निष्क्रिय कर दिया है. साथ ही कोटपूतली में दो तुलायंत्रों को भी सीज किया है.
अवैध खनन के मामले में विभाग ने एक सितंबर से अब तक 165 वाहनों पर कार्रवाई करने के साथ ही 21 एफआईआर दर्ज कराई है. सीकर में 23 और नीम का थाना क्षेत्र में 14 स्टाकिस्टों पर अनियमितता के मामले में कार्रवाई की गई है. अवैध खनन के मामले में विभाग ने 8 दिन में 165 वाहन जब्त किए हैं. साथ ही एक करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला जा चुका है.
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बता दें कि 28 अगस्त को सीकर में जिला मंडल फाउंडेशन ट्रस्ट की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा वरिष्ठ विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत और वरिष्ठ विधायक राजेंद्र पारीक शामिल हुए. इस बैठक में विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने ही खनन विभाग पर अवैध खनन करवाने के नाम पर मासिक बंधी लेने के आरोप लगाए थे.
शेखावत के इस बयान के बाद भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई थी. भाजपा नेताओं ने शेखावत के बयान को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा था. शेखावत के बयान के बाद इमेज को धब्बा लगने के बाद खनन विभाग हरकत में आया है. इसलिए लगातार कार्रवाई करते हुए अपनी इमेज को सुधारने में जुटा है.