जयपुर. राजस्थान में जल जीवन मिशन को कामयाब बनाने के उद्देश्य से जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक (Jal Jeevan Mission Review Meeting Jaipur) की. बैठक में पंत ने यह संकेत दिए कि जल जीवन मिशन में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने जल जीवन मिशन में लापरवाही बरतने पर कई अधिकारियों को नोटिस देने के निर्देश भी दिए. पंत (Water Supply Department Additional Chief Secretary Sudhansh Pant meeting) ने कहा कि रेग्यूलर विंग एवं मेजर प्रोजेक्ट्स में अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारी अपने स्तर पर प्रतिदिन, अधीक्षण अभियंता दो दिन में एक बार, अतिरिक्त मुख्य अभियंता सप्ताह में दो दिन, मुख्य अभियंता (जल जीवन मिशन एवं विशेष प्रोजेक्ट्स) सप्ताह में एक बार तथा जेजेएम के मिशन निदेशक दो सप्ताह में एक बार अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा करेंगे. उन्होंने निर्देश दिए इस नई व्यवस्था के बारे में प्रति सप्ताह रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को भेजी जाए. एसीएस स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग तथा प्रति माह ओवर ओल प्रोग्रेस को रिव्यू करेंगे.
पंत ने वीसी में रीजन एवं प्रोजेक्टवार अधिकारियों से आने वाले दिनों में लक्ष्यों को हासिल करने की रणनीति और एप्रोच के बारे में विस्तार से फीडबैक लिया. इस दौरान अतिरिक्त मुख्य अभियंता और अन्य कार्यालयों के स्तर पर बिड ओपनिंग के बाद मैरिट के आधार पर मूल्यांकन करते हुए जल्द से जल्द कार्यादेश जारी करने तथा जिन परियोजनाओं के कार्यादेश जारी हो गए हैं, उनका काम जल्द शुरू करने के लिए संवेदकों के साथ औपचारिक प्रक्रियाओं को बिना विलम्ब के पूर्ण करने के निर्देश दिए.
एसीएस ने प्रगति की समीक्षा के दौरान कार्यों को पूरा करने में लापरवाही और देरी के कारण रेग्यूलर विंग में धौलपुर, भरतपुर व जोधपुर (ग्रामीण) के अधीक्षण अभियंता एवं भरतपुर के अतिरिक्त मुख्य अभियंता तथा प्रोजेक्ट विंग में जोधपुर सर्किल के अधीक्षण अभियंता को 16 सीसीए के तहत चार्जशीट देने के निर्देश दिए. इसी प्रकार जयपुर में अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण) को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी कांट्रेक्टर्स के साथ समन्वय एवं सामंजस्य रखें तथा सभी कार्यों में निर्धारित पैरामीटर्स की पालना सुनिश्चित करें.
पंत ने फील्ड में कार्यरत सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने मुख्यालय एवं कार्यक्षेत्र में उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए पेयजल आपूर्ति के समय विजिट कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतें. राज्य सरकार द्वारा सभी स्तर के अधिकारियों के निरीक्षण, रात्रि विश्राम और फील्ड विजिट के लिए नॉर्म्स निर्धारित है, इस बारे में पिछले दिनों नए निर्देश जारी किए गए हैं. सभी अधिकारी इनकी पालना करें। पंत ने कहा कि इस बारे में प्रति सप्ताह रिपोर्ट ली जाएगी और उच्च स्तर पर लगातार समीक्षा होगी.
किसी भी स्तर पर कोताही मिलने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही होगी. उन्होंने सर्दी के इन दिनों में सिस्टम में सुधार, रिपेयर एवं मेंटीनेंस के कार्यों को भी पूरा करने के निर्देश दिए ताकि पिछले अनुभवों के आधार पर आगामी गर्मिर्यों में लोगों की पेयजल जरूरतों को और बेहतर तरीके से पूरा किया जा सके.