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राज्य सरकार ने केंद्र पर लगाया ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के आवंटन में भेदभाव का आरोप, जारी किया डाटा - राजस्थान में रेमडेसिविर इंजेक्शन

राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर दवा की सप्लाई पर भेदभाव का आरोप लगाया है और कहा है कि अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन और रेमेडेसीवीर कम मात्रा में केंद्र की ओर से सप्लाई की जा रही है. अभी से लेकर डाटा भी जारी किया गया है.

Remedisvir allocation to states, Remedacivir injection in Rajasthan
राज्य सरकार ने केंद्र पर लगाया ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के आवंटन में भेदभाव का आरोप
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Published : Apr 23, 2021, 2:15 AM IST

जयपुर. प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी बनी हुई है. ऐसे में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर दवा की सप्लाई पर भेदभाव का आरोप लगाया है और कहा है कि अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन और रेमेडेसीवीर कम मात्रा में केंद्र की ओर से सप्लाई की जा रही है. अभी से लेकर डाटा भी जारी किया गया है.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की बात की जाए तो राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए एक डेटा के अनुसार राजस्थान 11 लाख में से सिर्फ 26500 इंजेक्शन ही केंद्र की ओर से आवंटित किए गए हैं.

21 से 30 अप्रैल तक के लिए केंद्र ने राज्यवार आवंटित की रेमडेसिविर

11 लाख इंजेक्शन में से राजस्थान को महज 26500 इंजेक्शन आवंटित, जबकि छत्तीसगढ़ को 48250, दिल्ली को 61900, गुजरात को 163500 हरियाणा को 29500, आंध्र प्रदेश को 59000,कर्नाटक को 25400 केरल को 16100, मध्य प्रदेश को 92400, महाराष्ट्र को 269200, पंजाब को 13400, तमिलनाडु 58900, उत्तर प्रदेश 122800 और उत्तराखंड को 13500 इंजेक्शन की खेप आवंटित की गई है.

ऑक्सीजन की मात्रा भी कम

वहीं राज्य सरकार ने ऑक्सीजन से जुड़े डाटा भी जारी किए गए हैं, जिसमें अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे कम राजस्थान को ऑक्सीजन सप्लाई की बात कही गई है. राज्य सरकार का कहना है कि एक्टिव केस के आधार पर केंद्र की ओर से ऑक्सीजन सप्लाई में भेदभाव बरता जा रहा है, क्योंकि राजस्थान में गुजरात से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जबकि गुजरात राजस्थान से कहीं ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.

आंकड़ों की बात करें तो

  • राजस्थान में एक्टिव केस की संख्या 96366 और 205 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • गुजरात में एक्टिव केस की संख्या 84126 है और गुजरात को 975 मैट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • तेलंगाना में एक्टिव केस 46488 और 360 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • आंध्र प्रदेश में 60208 एक्टिव केस और 440 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • मध्य प्रदेश में एक्टिव किस की संख्या 82268 और 543 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • दिल्ली में 21 की संख्या 85364 और 480 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • चंडीगढ़ में 4125 एक्टिव केस और 20 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • उत्तराखंड में 24893 एक्टिव केस और 103 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • पंजाब में 38866 एक्टिव केस और 136 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • उत्तर प्रदेश में 242265 एक्टिव केस और 753 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • हरियाणा में 55422 एक्टिव केस और 162 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • तमिलनाडु में 84361 एक्टिव केस और 220 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • महाराष्ट्र में 695747 एक्टिव केस और 1661 मेट्रिक टन ऑक्सीजन

जयपुर. प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी बनी हुई है. ऐसे में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर दवा की सप्लाई पर भेदभाव का आरोप लगाया है और कहा है कि अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन और रेमेडेसीवीर कम मात्रा में केंद्र की ओर से सप्लाई की जा रही है. अभी से लेकर डाटा भी जारी किया गया है.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की बात की जाए तो राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए एक डेटा के अनुसार राजस्थान 11 लाख में से सिर्फ 26500 इंजेक्शन ही केंद्र की ओर से आवंटित किए गए हैं.

21 से 30 अप्रैल तक के लिए केंद्र ने राज्यवार आवंटित की रेमडेसिविर

11 लाख इंजेक्शन में से राजस्थान को महज 26500 इंजेक्शन आवंटित, जबकि छत्तीसगढ़ को 48250, दिल्ली को 61900, गुजरात को 163500 हरियाणा को 29500, आंध्र प्रदेश को 59000,कर्नाटक को 25400 केरल को 16100, मध्य प्रदेश को 92400, महाराष्ट्र को 269200, पंजाब को 13400, तमिलनाडु 58900, उत्तर प्रदेश 122800 और उत्तराखंड को 13500 इंजेक्शन की खेप आवंटित की गई है.

ऑक्सीजन की मात्रा भी कम

वहीं राज्य सरकार ने ऑक्सीजन से जुड़े डाटा भी जारी किए गए हैं, जिसमें अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे कम राजस्थान को ऑक्सीजन सप्लाई की बात कही गई है. राज्य सरकार का कहना है कि एक्टिव केस के आधार पर केंद्र की ओर से ऑक्सीजन सप्लाई में भेदभाव बरता जा रहा है, क्योंकि राजस्थान में गुजरात से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जबकि गुजरात राजस्थान से कहीं ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.

आंकड़ों की बात करें तो

  • राजस्थान में एक्टिव केस की संख्या 96366 और 205 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • गुजरात में एक्टिव केस की संख्या 84126 है और गुजरात को 975 मैट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • तेलंगाना में एक्टिव केस 46488 और 360 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • आंध्र प्रदेश में 60208 एक्टिव केस और 440 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • मध्य प्रदेश में एक्टिव किस की संख्या 82268 और 543 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • दिल्ली में 21 की संख्या 85364 और 480 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • चंडीगढ़ में 4125 एक्टिव केस और 20 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • उत्तराखंड में 24893 एक्टिव केस और 103 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • पंजाब में 38866 एक्टिव केस और 136 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • उत्तर प्रदेश में 242265 एक्टिव केस और 753 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • हरियाणा में 55422 एक्टिव केस और 162 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • तमिलनाडु में 84361 एक्टिव केस और 220 मेट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई
  • महाराष्ट्र में 695747 एक्टिव केस और 1661 मेट्रिक टन ऑक्सीजन
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