जयपुर. राजस्थान विधानसभा में हंगामे के बीच सदन में राजस्थान माल और सेवा कर द्वितीय, तृतीय संशोधन विधेयक पारित किया गया. प्रतिपक्ष की ओर से इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के साथ ही विधायक अनिता भदेल सहित कुछ विधायकों ने अपना पक्ष रखा और कहा कि जब केंद्र ने GST काउंसिल बना रखी है, तब कोरोना काल में ही यह सब संशोधन लाने की आखिर क्या आवश्यकता पड़ गई.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश में जीएसटी काउंसिल में सभी प्रदेशों का प्रतिनिधित्व है और अब तक इसमें जो भी निर्णय लिए गए हैं और सर्व समिति से लिए गए हैं. अगर इन संशोधनों को जीएसटी काउंसिल में लेकर जाया जाता तो संभव था इसमें संशोधन हो जाता. वहीं, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि GST काउंसिल की बैठकों में प्रदेश के मंत्री सो जाते हैं, वहां कोई मुद्दा नहीं उठाते और यहां संशोधन विधेयक लाकर बदलाव करते हैं.
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इस दौरान राठौड़ ने इस संशोधन की कुछ खामियां भी सदन में गिनाई. हालांकि, जवाब में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने इन आरोपों को निराधार बताया. धारीवाल ने कहा कि GST काउंसिल में सभी निर्णय सर्वसम्मति से होते हैं, यह बात कटारिया ने गलत कही.
उन्होंने केरल की नीलामी से जुड़ा एक प्रकरण बताया, जिसमें वोट डालकर निर्णय लिया गया था. साथ ही राजेंद्र राठौड़ पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि आप 7 बार के विधायक हो कम से कम अब तो बातों को समझो. मंत्री धारीवाल ने कुछ उदाहरण दिए और कहा कि राजस्थान के मंत्रियों की ही सजगता थी, जिसके कारण कुछ प्रकरणों में व्यापारियों को राहत मिली है.