जयपुर. राजस्थान प्रवर्तन निदेशालय को सोमवार को गोल्ड स्मगलिंग के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. ईडी ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर सोना-चांदी समेत करोड़ों रुपए जब्त किए हैं. छापेमारी के दौरान जयपुर, चेन्नई और कोलकाता में तस्करी का सोना खरीदने वाले बड़े चेहरे बेनकाब हुए हैं.
राजधानी में 3 बड़े ज्वेलरी समूह से तस्करी का सोना, चांदी, विदेशी और स्थानीय मुद्रा जब्त की गई है. ईडी ने कार्रवाई के दौरान 26.97 किलो सोना, 12.22 किलो चांदी और ज्वेलरी समेत 3.75 करोड़ रुपए नगदी जब्त किए हैं.
ईडी को चेन्नई के हर्ष बोथरा के बांका बुलियंस प्राइवेट लिमिटेड से सोने की तस्करी से जुड़े होने का इनपुट मिला था. इससे पहले आयकर विभाग ने दिल्ली-NCR में हजार करोड़ से भी ज्यादा की अघोषित संपत्ति का भी पता लगाया था.
आयकर विभाग के अधिकारियों ने सरकार के कालेधन को खोजने के अभियान को जारी रखते हुए पिछले कई दिनों से इस ग्रुप पर निगरानी बनाए रखी थी.
पढ़ें- वार्ड आरक्षण लॉटरी को लेकर निर्वाचन विभाग और स्वायत्त शासन विभाग के बीच टकराव की स्थिति
इस दौरान बीती 19 जनवरी को आयकर विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली-NCR के 13 परिसरों में छापेमारी की थी. फिलहाल ईडी अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं. माना जा रहा है, कि इस कार्रवाई के दौरान और भी कई खुलासे सामने आ सकते हैं.
राजस्थान प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन करते हुए गोल्ड तस्करी से जुड़े नेक्सेस का खुलासा किया है. विदेशों से तस्करी कर आ रहा सोना जिन ज्वेलर्स की ओर से खरीदा जा रहा था, उन पर छापेमारी कर प्रवर्तन निदेशालय ने अहम कड़ी को ब्रेक किया है. जयपुर चेन्नई और कोलकाता में मारे गए छापों में करीब 20 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और नगदी जब्त की गई है.
जयपुर में मैसेज महाराजा ज्वेलर्स, भगवती ज्वेलर्स और लड़ीवाला एसोसिएट पर छापे मारकर तस्करी का सोना खरीदने वालों को बेनकाब किया है. विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के तहत की गई कार्रवाई में भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरणों को भी जब्त किया गया है. इनकी जांच में भी करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने के सबूत सामने आने की आशंका जताई जा रही है.
पढ़ें- तीसरी संतान दिव्यांग होने पर चाइल्ड केयर लीव का लाभ क्यों नहींः राजस्थान हाईकोर्ट
सीमा शुल्क जीएसटी और आयकर से जुड़े कानूनों की अवहेलना की जानकारी भी सामने आ रही है. बताया जा रहा है, कि सोने की तस्करी के साथ फंड ट्रांसफर हवाला के जरिए किया जा रहा था.
फेमा कानून के तहत हुई इस कार्रवाई में चेन्नई के हर्ष बोथरा से मिले इनपुट ने मदद की. अब प्रवर्तन निदेशालय तस्करी का सोना बेचने वालों तक भी पहुंचने की तैयारी कर रहा है. इस छापेमारी में बरामद इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरणों से कई राज खुलने की उम्मीद जताई जा रही है.