जयपुर. एक ओर कांग्रेस कोरोना से लड़ाई के लिए कांग्रेस आउटरीच कार्यक्रम चला रही है. जिसमें राजस्थान के उन 40 लाख लोगों तक कांग्रेस पार्टी पहुंचेगी जो कोरोना से प्रभावित हुए हैं, तो दूसरी ओर अब कांग्रेस पेट्रोल-डीजल, गैस के बढ़ते दामों के विरोध में आक्रामक प्रदर्शन करने जा रही है. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के निर्देशों के अनुसार राजस्थान के सभी जिलों, शहरों, गांवों और वार्डों में कांग्रेस पेट्रोल पंप पर विरोध प्रदर्शन करेगी.
कांग्रेस 7 जुलाई से 17 जुलाई तक लगातार 10 दिनों तक राजस्थान में विरोध प्रदर्शन करेगी. जिसमें कांग्रेस के चारों अग्रिम संगठन शामिल होंगे. प्रदर्शन सभी जिलों और ब्लॉक लेवल पर अलग-अलग तरीके से किया जाएगा. साइकिल यात्रा निकालना, पेट्रोल पंप के बाहर प्रदर्शन, चूल्हे पर रोटी बनाने जैसे सांकेतिक प्रदर्शन इस दौरान किए जाएंगे.
महिला कांग्रेस रहेगी सबसे आगे
कांग्रेस अपने चारों अग्रिम संगठनों महिला कांग्रेस, सेवादल, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई को भी साथ लेगी. क्योंकि महंगाई का सीधा असर रसोई पर होता है. ऐसे में कांग्रेस का अग्रिम संगठन महिला कांग्रेस इस प्रदर्शन में सबसे आगे दिखाई देगा. महिला कांग्रेस कार्यकर्ता अलग-अलग तरीके से गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन करती हुई नजर आएगी, तो वही बाकी बचे तीनों संगठन पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के विरोध में प्रदर्शन करेंगे.
AICC की ओर से सभी प्रदेशों को यह निर्देश दिए हैं कि वह 7 जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक प्रदर्शन करें. लेकिन इसके चलते सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि क्या राज्यों में प्रदर्शन के लिए कांग्रेस एआईसीसी के निर्देशों के इंतजार में बैठी रहती है. हालांकि राजस्थान कांग्रेस के नेता इसके लिए कोरोना को वजह बता रहे हैं. उनका कहना है कि राजस्थान में लगातार कोरोना केस बढ़ रहे थे. ऐसे में विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सकता था. अब जैसे ही केसों में कमी दर्ज की गई है कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए विरोध प्रदर्शन करेगी.