जयपुर. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) को लेकर जयपुरवासियों खासे उत्साहित दिखे. मौसम के बदले मिजाज और बारिश की फुहारों ने भी आयोजन को फीका नहीं होने दिया. लोग बड़ी संख्या में आयोजन स्थलों पर पहुंचे और इस खास दिन की अहमियत जताई. विभिन्न योगासनों से प्रदेश को फिट रहने का संदेश दिया. प्रदेश में कानून व्यवस्था के मद्देनजर धारा 144 लागू है. इसके बावजूद अच्छी खासी संख्या में लोग जंतर मंतर पर जुटे. वहीं जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन SMS स्टेडियम में किया गया. इस बार की थीम योग फ़ॉर ह्यूमैनिटी यानी मानवता के लिए योग (Rajasthan Celebrates International Yoga Day) है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजभवन में भी योग शिविर लगाया गया. जहां राज्यपाल कलराज मिश्र ने विभिन्न योगासन के जरिए आमजन को योग का महत्व समझाया. राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ करीब 1 घंटे तक योगासन किया. मिश्र ने इस दौरान योग के गतिशील और स्थिर आसन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी आदि प्राणायाम भी किए. उन्होंने कहा कि यौगिक दिनचर्या से जीवन को स्वस्थ रखने के साथ मन को भी सदा सकारात्मक बनाए रखा जा सकता है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, सांसद रामचरण बोहरा और पूर्व शिक्षा चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ भी शहर में आयोजित विभिन्न योग शिविरों में शामिल हुए.
जंतर मंतर पर केन्द्रीय मंत्री: जयपुर के जंतर-मंतर पर आयोजित योग दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल हैं. अपने संबोधन में उन्होंने लोगों को रोजाना योगाभ्यास करते रहने की नसीहत दी कहा- आसन, प्राणायाम और ध्यान योग के तीन प्रकार हैं जिनका पालन हर व्यक्ति को करना चाहिए. सुबह 6 बजे शुरू हुए कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कुलपति समेत,योग शिक्षक, आयुर्वेद स्टूडेंट्स, आम जनता मौजूद रहे. मीडिया से रूबरू हुए तो प्रदेश सरकार की ओर से मंत्रीगण के शामिल न होने पर बोले कि संवैधानिक पद पर बैठे हैं उन्हें ज्यादा योग करना चाहिए.
दरअसल अग्निपथ के विरोध स्वरूप प्रदेश की गहलोत सरकार दिल्ली पहुंची हुई है. जब मेघवाल से पूछा गया कि प्रदेश में सरकार का कोई भी व्यक्ति योग दिवस में शामिल नहीं हुआ तो उन्होंने कहा कि योग दिवस न पार्टी विशेष के लिए है न व्यक्ति विशेष के लिए बल्कि योग पूरी मानवता के लिए है. ऐसे में इस भारतीय विद्या का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक होना चाहिए और जो लोग संवैधानिक पद पर बैठे हैं उन्हें इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. मंत्री मेघवाल ने कहा कि यह अच्छी बात है कि इस बार देशभर के ऐतिहासिक स्थलों को विशेष तौर पर योग के लिए चुना गया है और इसी के तहत जयपुर के जंतर मंतर पर यह योग दिवस मनाया गया है.
अग्नीपथ पर लंबा चिंतन: केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अग्नीपथ योजना को लेकर कहा कि वर्ष 1989 से इस पर एक चिंतन चल रहा था इसमें दूसरे देशों का अध्ययन भी किया गया. इसके बाद एक महत्वपूर्ण योजना केंद्र सरकार की ओर से अग्निपथ के नाम से शुरू की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो अग्निवीर इस योजना के तहत शामिल किए जाएंगे इनमें से तकरीबन 25 प्रतिशत को स्थाई कर दिया जाएगा और अन्य 25 प्रतिशत जवानों को अन्य भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी इसके अलावा अन्य बचे हुए जवानों को एंटरप्रेन्योरशिप स्किल दी जाएगी.
एसएमएस स्टेडियम में योग: वहीं जयपुर जिला स्तरीय कार्यक्रम SMS स्टेडियम में आयोजित किया गया. इसका समय सुबह 6 से 8 बजे के बीच निर्धारित किया गया. योग कराने की जिम्मेदारी योगगुरु कुलभूषण बैराठी और योगाचार्या प्रीति शर्मा के कंधों पर रही. कोरोना काल के कारण लगे विराम के बाद हल्की बूंदाबांदी के बीच अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों की तादाद अच्छी खासी देखने को मिली.
धारा 144 पर भाजपा को ऐतराज: प्रदेश की कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गहलोत सरकार ने जयपुर में धारा 144 लागू की है लेकिन सरकार के इस फैसले से बीजेपी खुश नजर नहीं आ रही है. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी धारा 144 न हटाने पर नाराजगी जाहिर की. राठौड़ ने कहा कि एक ओर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जगह-जगह सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया जा रहा है. इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में आमजन सम्मिलित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने राजधानी जयपुर सहित अन्य स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी है. इसका औचित्य क्या है ?
इस लिए मनाया जाता है योग दिवस: पिछले 8 साल से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. दुनिया के तमाम देश योग के महत्व को समझते हुए योग दिवस को मनाते हैं. योग शरीर और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है. भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था. मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया. महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का एलान कर दिया गया. अगले ही साल यानी 21 जून 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया. हर साल किसी थीम के साथ इसका आयोजन होता है.
नदबई और पाली में योगाभ्यास: नदबई और पाली में भी योग का जुनून देखने को मिला. नदबई में ब्लॉक स्तरीय योग कार्यक्रम का आयोजन महात्मा गांधी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में किया गया. कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक राजवीर सिंह ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया. पाली में जिला प्रशासन, नगरपरिषद व आयुर्वेदिक विभाग ने संयुक्त रूप से लाखोटिया उद्यान मे योग दिवस मनाया.
जोधपुर की परिणीति ने दिखाया हुनर: जोधपुर केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से विश्व योग दिवस के मौके पर मंगलवार को जोधपुर के मेहरानगढ़ फोन पर योग शिविर का आयोजन किया गया. इसमें इसमें केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले डेढ़ हजार से अधिक बच्चों ने भाग लिया. जिले का मुख्य आकर्षण 7 साल की परिणीति रही. जो 100 से अधिक आसन की जानकार है और योग दिवस पर उसने अपनी कला का खूबसूरत प्रदर्शन किया.
योगमय सिरोही: जिले के आबूरोड में योग दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 1 लाख वर्ग फीट में बने बिना पिलर वाले ब्रह्माकुमारीज संस्थान में बने एशिया के सबसे बड़े डायमंड हाॅल में हजारों लोगों ने 8वें अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर योग और राजयोग किया. सुबह 6 बजे ही योगाभ्यास शुरू हो गया. इस कार्यक्रम में देश के कई हिस्सों से आए लोगों ने प्राणायाम, कपाल भाति, भ्रामरी समेत योग प्रोटोकाॅल के तहत विशेषज्ञों की देख रेख में क्रमवार योग किया.