जयपुर. राजस्थान में जिस मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Rajasthan Cabinet Reorganization) का लंबे समय से इंतजार था, वह मंत्रिमंडल पुनर्गठन तो आखिर राजस्थान में हो गया है. लेकिन अब सभी मंत्रियों को उनके विभागों का इंतजार है. मतलब साफ है कि नए मंत्रियों के शपथ होने के बाद अभी राजस्थान में मंत्री तो 30 हैं, लेकिन सभी मंत्री 'Minister Without Portfolio' है.
जबकि आमतौर पर होता यह है कि शपथ ग्रहण (Oath Taking) होने के बाद मंत्रियों को उसी शाम या देर रात तक पोर्टफोलियो (Portfolio) अलॉट कर दिए जाते हैं. लेकिन माना जा रहा है कि पोर्टफोलियो के विभाजन को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है और किसे किस विभाग की जिम्मेदारी दी जाए यह तय करने को लेकर माथापच्ची चल रही है.
विभाग भी आलकमान करेगा तय
राजस्थान में इस बार हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर कांग्रेस आलाकमान की छाप साफ दिखाई दी. लेकिन अब किसे कौन सा विभाग मिलेगा इसे भी आलाकमान ही तय करेगा. इसे लेकर अंतिम चर्चा करने आजय माकन दिल्ली चले गए हैं और किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा यह भी दिल्ली से ही तय होगा. यही कारण है कि रात को मंत्रियों के विभाग तय नहीं हो सके. संभव है कि आज रात तक तो विभाग के बंटवारे कर ही दिए जाएंगे, लेकिन इसमें भी सवाल यह है कि क्या राजस्थान में वित्त और गृह जैसे विभागों को मुख्यमंत्री किसी मंत्री को देंगे.