जयपुर. प्रदेश में 3 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के ठीक पहले प्रदेश भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ ब्लैक पेपर जारी किया है. मंगलवार को भाजपा मुख्यालय पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने यह ब्लैक पेपर जारी करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला और कहा कि अब कांग्रेस रूपी संक्रमण ज्यादा दिनों का मेहमान नहीं है. उप चुनाव निष्पक्ष कराने के लिए भाजपा राज्यपाल से राजस्थान में अधिक से अधिक केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने की प्रार्थना भी करेगी.
सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है. बीते सवा 2 साल के कार्यकाल के दौरान वादाखिलाफी की ऐसी लंबी फेहरिस्त है जिसका हिसाब उपचुनाव में प्रदेश की जनता लेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंतरराष्ट्रीय नेता राहुल गांधी राजस्थान में आकर 10 तक गिनती गिन कर कहते हैं कि संपूर्ण किसानों का कर्जा माफ हो जाएगा, लेकिन आज तक यह कर्ज माफी नहीं हो पाई. वहीं, बेरोजगारी भत्ता का वादा भी अधूरा है और 2 लाख नौकरियों का वादा तो किया, लेकिन अधिकतर भर्तियां न्यायालयों में अटकी हुई है.
नहीं दिखती कहीं भी कांग्रेस, सरकार लड़ रही चुनाव
पूनिया ने कहा कि तीन उपचुनाव क्षेत्रों में मैं होकर आया लेकिन कहीं पर भी कांग्रेस नहीं दिखती बल्कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी यहां चुनाव लड़ते नजर आ रहे हैं. इस दौरान पूनिया ने राजसमंद में सांसद दीया कुमारी पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की ओर से हमले की कोशिश और खान मंत्री प्रमोद जैन भाया की ओर से खनन मालिकों को दी जा रही धमकियों का भी उदाहरण दिया.
राज्यपाल से करेंगे गुजारिश
पूनिया ने कहा कि जिस प्रकार के हालत उपचुनाव में राजस्थान में बने हुए हैं, उसके बाद भाजपा राज्यपाल कलराज मिश्र से गुजारिश करेगी कि वह राजस्थान में तीनों उपचुनाव निष्पक्ष रुप से हो इसके लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों को भी यहां तैनात करें.
प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं
सतीश पूनिया प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी भड़के और उन्होंने कहा कि राजस्थान में ना तो पुजारी सुरक्षित है और ना ही सड़क पर चलता आदमी. पूनिया ने कहा कि राजस्थान की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 7 लाख मुकदमे दर्ज हुए यह इसकी बानगी है. वहीं, छबड़ा में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में भी सतीश पूनिया ने कहा कि बहुसंख्यक समाज की जो दर्जनों दुकानें जल गई क्या सरकार जली हुई दुकानों की भरपाई कर मुआवजा देगी.
सुजाता मंडल के बयान की निंदा
पूनिया ने बंगाल चुनाव में टीएमसी नेता सुजाता मंडल के दलितों को लेकर दिए गए विवादित बयान का भी जिक्र किया और उसकी निंदा भी की. पूनिया ने कहा कि दलितों की हितेषी बनने वाले राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत इस मामले में अब तक चुप क्यों है और ट्विटर पर उनका कोई बयान क्यों नहीं आया यह आश्चर्य की बात है.
परिवहन मंत्री के स्टाफ पर दुष्कर्म का आरोप, सरकार करें निष्पक्ष जांच
सतीश पूनिया ने इस दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के स्टाफ के एक सदस्य पर लगे दुष्कर्म के आरोपों पर भी कहा कि कैबिनेट मंत्री के स्टाफ पर गंभीर आरोप लगता है और पीड़िता मंत्री के दरवाजे पर आती है तब भी न्याय नहीं मिलता. इससे ज्यादा शर्मनाक स्थिति और क्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच करवाना चाहिए.