जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में बजट पेश कर रहे हैं. उन्होंने प्रदेश में सड़कों का जाल मजबूत करने के लिए सदन में कई अहम घोषणाएं की. उन्होंने बताया कि प्रदेश में सड़कों के सुनियोजित विकास के लिए वर्ष 2021 से 2026 तक की अवधि में नवीन सड़क नीति 2021 लाना प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए काफी संख्या में विधायकों से प्रस्ताव मिले हैं. इसको ध्यान में रखते हुए आगामी वर्ष में 1000 करोड़ रुपये की राशि से हर विधानसभा क्षेत्र में 5 करोड़ रुपये की लागत के सड़क के नॉन पेचेबल और रिपेयर के कार्य करवाए जाएंगे. राज्य के सभी जिलों में 7257 किलोमीटर लंबाई की अन्य जिला सड़कों व ग्रामीण सड़कों, स्टेट हाईवे और मुख्य जिला सड़कों को एमबीआर में क्रमोन्नत करना प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि आधारभूत योजना में सड़कों का महत्वपूर्ण योगदान है, इसको ध्यान में रखते हुए हर जिले के तीन प्रमुख मार्गों के मेजर रिपेयर कार्य पर प्रदेश भर में 1900 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई नगरीय निकायों में समुचित वित्तीय संसाधन नहीं है. इसलिए विशेष फंड का गठन करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से राज्य के प्रत्येक नगर निगम के 30 किलोमीटर, नगर परिषद के 20 किलोमीटर, नगरपालिका के 10 किलोमीटर मुख्य सड़कों के मेजर रिपेयर कार्य करवाना प्रस्तावित है. इस पर लगभग 1000 करोड़ रुपये का खर्च होगा. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना फेज 3 के तहत आगामी 2 वर्षों में शेष 2841 किलोमीटर लंबाई की ग्रामीण सड़कों के उन्नयन के लिए कार्य करवाए जाएंगे. इस पर 1425 करोड़ रुपये खर्च होंगे. प्रदेश के ऐसे ग्राम पंचायत मुख्यालय, जो डामर सड़कों से वंचित हैं, उन्हें डामर सड़कों से जोड़ने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने बजट में की है.
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आगामी वर्ष में 3880 करोड़ रुपए की लागत से 1590 किलोमीटर लंबाई के 27 स्टेट हाईवे के विकास कार्य शुरू किए जाएंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आगामी वर्ष में 403 करोड़ रुपये की लागत से हिंडौन में तीन, बयाना में दो, लाखेरी, भरतपुर शहर और गंगापुर सिटी में एक-एक आरओबी का निर्माण करवाया जाएगा. इसके साथ ही आठ रेल फाटक पर आरओबी निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करवाई जाएगी. फतेहपुर सीकर में सीकर चूरू रेलवे खंड पर फाटक संख्या 32 पर एक करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से आरयूबी का निर्माण करवाया जाएगा. बूंदी जिले में नदी पर 3 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से हाई लेवल ब्रिज का निर्माण भी करवाया जाएगात्र पीपल्दा तहसील में चंबल नदी पर हाई लेवल ब्रिज के निर्माण के लिए डीपीआर भी तैयार करवाई जाएगी. यातायात को सुगम बनाने के लिए खातोली-सवाई माधोपुर सड़क पर चंबल नदी पर 121 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण करवाया जाएगा.
इसके साथ ही बेणेश्वर धाम में डूंगरपुर-बांसवाड़ा को जोड़ने वाली नदी पर 132 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण कराने की घोषणा भी की है. इसके साथ ही प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार 50 एनीकट की मरम्मत की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की है. उन्होंने कहा कि जयपुर की महत्वपूर्ण रिंग रोड योजना के पहले चरण में अजमेर रोड को आगरा रोड से जोड़ने वाली रिंग रोड पर यातायात प्रारंभ किया गया है. दूसरे चरण में आगरा रोड को दिल्ली रोड से जोड़ने वाली 45 किलोमीटर लंबी सड़क की डीपीआर तैयार करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि भरतपुर जिले में राजस्थान की सीमा में भी सड़क निर्माण पर बड़ी राशि खर्च की जाएगी.