जयपुर. पहला घटनाक्रम गुरुवार सुबह अचानक भाजपा प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह का वसुंधरा राजे समर्थक विधायक कालीचरण सराफ के निवास पर पहुंचना रहा, जहां सुबह का नाश्ता अरुण सिंह ने कालीचरण सराफ के साथ ही किया. इस दौरान सराफ के साथ सियासी मंत्रणा भी हुई और मौजूदा घटनाक्रमों पर चर्चा भी, लेकिन अरुण सिंह के राजे समर्थक विधायक के घर एकाएक पहुंचने की चर्चा अब भाजपा के गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गई है.
यहां आपको बता दें कि कालीचरण सराफ के साथ ही बुधवार को भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे. जहां अरुण सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की मौजूदगी में मेघवाल और गुलाबचंद कटारिया से जुड़े विवाद को सुलझाया गया था.
पूनिया पहुंचे राजे समर्थक विधायक सिंघवी के घर...
वहीं, गुरुवार दोपहर को ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया छाबड़ा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी के घर पहुंचे और वहां उनके साथ चाय भी पी. हालांकि, इससे पहले सिंघवी पार्टी मुख्यालय आए थे, जहां उन्होंने पूनिया को अपने घर चाय के लिए आमंत्रित किया. जिस पर पूनिया उनके साथ ही सिंघवी के घर गए.
सतीश पूनिया पार्टी कार्यकर्ता और नेताओं के घर अमूमन आते-जाते रहते हैं, लेकिन प्रताप सिंह सिंघवी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास सिपहसालार और समर्थक विधायकों में शामिल हैं. यही कारण है कि पूनिया के उनके घर चाय के निमंत्रण पर पहुंचना भी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.