जयपुर. किसानों को कर्ज बांटने वाले राजस्थान राज्य सहकारी बैंक यानी अपेक्स बैंक की आम सभा में शामिल बैंक के अध्यक्ष और राज्य स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैंक प्रशासक रहे 7 जिलों के कलेक्टरों को उपहार में बांटे गए. 250-250 ग्राम के चांदी के सिक्कों के मामले में अब सियासी उबाल भी आ गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सरकार पर निशाना साधा है.
सतीश पूनिया ने ट्वीट कर साधा निशाना
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने भी इस मामले में ट्वीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'हम यही तो कह रहे हैं अशोक गहलोत जी की प्रदेश में लोग कोविड-19 के इलाज और राशन के लिए तरस रहे हैं और आपकी नाक के नीचे अफसर चांदी कूट रहे हैं. इसलिए तो आपके बेहतर प्रबंधन की मिसाल पूरे देश में दी जाती है. जरा इस खबर पर भी नजरें इनायत कीजिए सच क्या है'
ये अन्नदाता की कमाई पर लूट मचाने जैसा कृत्य है- राजेंद्र राठौड़
वहीं, इस मामले में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. राजेंद्र राठौड़ ने लिखा कि कोरोना काल में राज्य सरकार ने अनावश्यक खर्चों पर रोक लगा रखी है। फिर सहकारी बैंक द्वारा इस तरह से ओहदेदारों को घर बैठे चांदी का वितरण करना अन्नदाताओं की कमाई पर लूट मचाने जैसा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही चांदी का सिक्का प्राप्त करने वालों की सूची
अपैक्स बैंक की आमसभा में शामिल बैंक अध्यक्ष, प्रशासक और पदाधिकारियों को जो चांदी के सिक्के बांटे गए, उसके फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. साथ ही जिन्हें ये सिक्के बांटे गए उनकी सूची के कुछ भेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. बताया जा रहा है मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री के स्तर पर हुई सहकारिता विभाग की बैठक में भी इस मामले की जानकारी मांगी गई है. बताया यह भी जा रहा है कि मामला तूल पकड़ने के बाद इक्का दुक्का पदाधिकारियों ने और प्रशासक रहे कलेक्टर ने उपहार में मिले चांदी के सिक्के लौटाने की पेशकश भी की है.
ये है पूरा मामला
पिछले दिनों से प्रमुख सचिव और अपैक्स बैंक के प्रशासक कुंजी लाल मीणा की अध्यक्षता में आम सभा हुई, जिसमें सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष और राज्य स्तरीय पदाधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में कोरोना के चलते वर्चुअल तरीके से सदस्य अपने जिलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए इन सभी को उपहार के स्वरुप 250-250 ग्राम के चांदी के सिक्के दिए गए. चांदी के सिक्के सदस्यों के साथ ही विभाग के कई सदस्यों को भी बांटे गए.
बैठक में 21 सदस्य ही शामिल हुए थे, लेकिन चांदी के सिक्के 40 से अधिक लोगों को बांट दिए गए. इनमें 7 कलेक्टर भी शामिल हैं, जिन्हें ये सिक्के उपहार स्वरूप दिए गए. ये सभी कलेक्टर केंद्रीय सहकारी बैंकों के प्रशासक के तौर पर शामिल हुए थे. हालांकि, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा से इस पूरे मामले में 2 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.