जयपुर. समय के साथ राजस्थान भाजपा न केवल पेपरलेस होते हुए डिजिटल युग में कदम ताल मिला रहा है, बल्कि अब राजस्थान के करीब 11 लाख दायित्ववान कार्यकर्ताओं का पूरा डाटा मोबाइल पर (Rajasthan BJP Became Paperless) एक क्लिक में सामने आ जाएगा. इसमें बूथ पर भाजपा का दायित्व संभाल रहे इन पदाधिकारियों की फोटो से लेकर मोबाइल नंबर और पते सहित पूरा डाटा मिल सकेगा. क्या है राजस्थान भाजपा का यह नया मोबाइल एप 'कमल संकल्प' ? देखिए इस खास खबर में...
कमल संकल्प मोबाइल ऐप में हो रहा ये डेटा फीड...
दरअसल, बीजेपी का लक्ष्य है राजस्थान में आगामी 6 अप्रैल तक पन्ना प्रमुख तक का निर्माण कार्य पूरा हो जाए. हाल ही में 31 दिसंबर तक पार्टी ने 51 हजार से अधिक बूथों, 21 सदस्य समिति का निर्माण किया था. अब वेरिफिकेशन का काम भी चल रहा है. हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते इस काम की गति थोड़ी धीमी जरूर हुई, लेकिन पार्टी ने अपने नए मोबाइल एप 'कमल संकल्प' के जरिए इस काम को गति दे दी है. अब मंडल स्तर पर भेजे गए यह सभी विस्तारक वहां की बूथ कार्यकारिणी का वेरिफिकेशन करके उसकी जानकारी जिला इकाई के जरिए इस मोबाइल ऐप में फीड कर रहे हैं.
फोटो, मोबाइल नंबर, पता से लेकर पूरा बायोडाटा रहेगा मौजूद...
राजस्थान में भाजपा के 51,000 से अधिक बूथ हैं. प्रत्येक पर 21 सदस्यीय समिति के गठन के बाद पूरे राजस्थान में करीब 11 लाख दायित्व कार्यकर्ताओं की लंबी-चौड़ी फौज खड़ी हो गई है. पार्टी नेता किस क्षेत्र में किस बूथ पर किस व्यक्ति के पास यह दायित्व है और उससे संपर्क कैसे करें, इसके लिए केवल अपने मोबाइल के इस (BJP Kamal Sankalp Mobile App) एप पर जाकर एक क्लिक पर सारी डिटेल ले सकता है.
अल्पकालिक विस्तारक बूथ समितियों के वेरिफिकेशन के साथ वहां बनाई गई 21 सदस्य कमेटी के सभी सदस्यों का पूरा बायोडाटा फोटो, मोबाइल नंबर और पते के साथ इस ऐप में फीड करवा रहे हैं. मतलब अब बूथ पर टीम हवा हवाई या कागजी नहीं, बल्कि धरातल पर काम करने वाली होगी. जिसका पूरा ब्यौरा हर पदाधिकारी के पास उसके मोबाइल पर होगा.
तीन स्तर पर वेरीफिकेशन...
प्रदेश भाजपा मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी के अनुसार (BJP state minister Shravan Singh Bagdi on Mobile App) बूथ समितियों के वेरिफिकेशन का काम अल्पकालिक विस्तारकों के जरिए शुरू हो चुका है. अब वो अपना पूरा डाटा इस ऐप पर डाल रहे हैं. लेकिन प्रदेश नेतृत्व के स्तर पर फोन कॉलिंग के जरिए भी इसी डाटा में दिए गए नंबर का वेरिफिकेशन कराया जा रहा है. वहीं जिला स्तर पर भी वेरिफिकेशन का काम चल रहा है.