जयपुर. राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर लगातार जारी है. अब तक 7187 पक्षियों की मौत हो चुकी है. जिनमें 4976 कौए, 427 मोर, 683 कबूतर और 1101 अन्य पक्षियों की मौत हो चुकी है. शनिवार को 41 पक्षियों की प्रदेशभर में मौत हुई है. जिनमें 21 कौए, 17 कबूतर और 3 अन्य पक्षी शामिल हैं.
जयपुर में अब तक 1598 पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिनमें 1331 कौए, 12 मोर, 163 कबूतर, 4 मुर्गी और 88 अन्य पक्षी शामिल हैं. पूरे प्रदेश की बात की जाए तो शनिवार को जयपुर में 11, अलवर में 1, दौसा में 0, झुंझुनू में 0, सीकर में 0, अजमेर में 0, भीलवाड़ा में 0, नागौर में 0, कुचामन सिटी में 0, टोंक में 0, भरतपुर में 6, धौलपुर में 0, करौली में 0, सवाई माधोपुर में 2, बीकानेर में 0, चूरू में 0, हनुमानगढ़ में 0, श्रीगंगानगर में 0, जोधपुर में 0, बाड़मेर में 0, जैसलमेर में 0, जालोर में 0, पाली में 0, सिरोही 0, कोटा में 7, बारां में 0, बूंदी में 1, झालावाड़ में 3, बांसवाड़ा में 0, चित्तौड़गढ़ में 10 पक्षियों की मौत हुई है.
प्रदेश के सभी चिड़ियाघरों में विशेष निगरानी और सतर्कता बरती जा रही है. मृत पक्षियों के डिस्पोजल और सैंपल कलेक्शन के दौरान पूर्ण सावधानी बरती के भी निर्देश दिए गए हैं. राजस्थान में करीब 17 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित हुए हैं. 30 जनवरी को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 17 जिलों में 67 नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं. प्रदेश में 27 जिलों से 272 सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब में भेजे जा चुके हैं.
जयपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद वन विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. साथ ही चिड़ियाघर में हाइपोक्लोराइट सोडियम का छिड़काव भी किया जा रहा है. वन कर्मियों को भी पीपीई किट पहनकर पक्षियों की देखरेख करने के लिए निर्देशित किया गया है.