जयपुर. राजस्थान विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. आज विधानसभा में राजस्थान नगरपालिका संशोधन विधेयक 2021 पर जमकर हंगामा हुआ. पहले तो भाजपा ने इस विधेयक का विरोध किया और जब संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विधेयक को प्रवर समिति को सौंपने की जगह विचार लेने का प्रस्ताव रखा तो भाजपा विधायकों ने इस पर मत विभाजन की डिमांड कर दी. जब सभापति राजेंद्र पारीक के बार-बार कहने के बाद भी भाजपा विधायकों ने वेल में अपना हंगामा जारी रखा तो विधानसभा की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया.
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शांति धारीवाल ने विधेयक को प्रवर समिति में भेजने को अस्वीकार करके राजस्थान नगर पालिका विधेयक 2021 को विचारार्थ लेने का प्रस्ताव रखा तो इसके बाद जब भाजपा विधायकों ने वोट डिवीजन की मांग की. इसके बाद गुलाब कटारिया ने कहा कि यह हमारा अधिकार है हम चाहे इसमें हारे या जीते लेकिन हमने इस पर डिवीजन मांगा था. कटारिया ने कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान की जनता को पता चले कि कितने लोग इस काले कानून के विरोध में हैं और कितने लोग इसके पक्ष में.
कटारिया ने कहा कि यह हमारा अधिकार है. इस पर डोटासरा ने कहा कि पिछले 5 साल में कितनी बार डिवीजन दिया था. परंपराएं आपने तोड़ी इस पर गुलाब कटारिया ने कहा कि मत विभाजन मांगना हमारा अधिकार है. डिवीजन में चाहे हम हार जाएं तो कोई बात नहीं. लेकिन इस काले कानून के पक्ष में कौन है यह जनता को भी पता लगना चाहिए. इस पर राजेंद्र पारीक ने कहा कि डिवीजन मांगने का अधिकार आपका है. लेकिन आसन का भी अधिकार है कि वह अपने विवेक से फैसला करे.
इस पर नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक नारे लगाने लगे कि काउंटिंग होगी काउंटिंग होगी, मत विभाजन होगा. कटारिया अपनी बात पर अड़ गए. इसके बाद सदन में भाजपा विधायकों ने नारेबाजी की और डिवीजन मांगा. भाजपा के विधायक वेल में आ गए. नेता प्रतिपक्ष ने लगातार एक ही बात कही कि वोट ऑफ डिवीजन मांगना हमारा अधिकार है. हमारे सदस्य कम हैं या ज्यादा इसका कोई मतलब नहीं. लेकिन डिवीजन मांगना हमारा अधिकार है.
राजेंद्र पारीक ने कांग्रेस विधायकों को सबके साथ खड़ा कर दिया तो नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपको काउंटिंग बतानी होगी कि किसके पक्ष में कितने वोट आए. हंगामे के हालात बनते देख सभापति राजेंद्र पारीक ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी. मत विभाजन की मांग कर रहे भाजपा विधायकों ने विधानसभा दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रखा.
हंगामे के बीच ही नगरपालिका संशोधन विधेयक 2021 और दूसरा विधेयक राजस्थान विधियां संशोधन विधेयक 2021 पारित कर दिया गया. जिसके बाद विधानसभा की कार्रवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई. हालांकि विधानसभा स्थगित करने से 5 मिनट पहले ही विधानसभा का समय 2 घंटे के लिए बढ़ाया गया था.