जयपुर. राजस्थान में तबादलों के लिए दी गई छूट की समयावधि 30 सितंबर को खत्म होने के बाद भी शिक्षा विभाग में इन दिनों धड़ल्ले से संशोधित सूची के नाम पर व्याख्याता और वरिष्ठ शिक्षकों की तबादला सूचियां जारी हो रही हैं. लेकिन आवेदन लिए दो महीने का समय बीतने के बाद भी 85 हजार ग्रेड-3 शिक्षक तबादला सूची जारी होने की राह देख रहे हैं. अपनी इस मांग को लेकर आज बुधवार को शिक्षकों ने शहीद स्मारक पर अनशन शुरू कर दिया है.
राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लगातार सभी विभागों के साथ ही शिक्षा विभाग में भी प्रधानाचार्य, व्याख्याता और वरिष्ठ शिक्षकों के तबादले हो रहे हैं. लेकिन शिक्षक ग्रेड-3 के तबादले नहीं हुए हैं. इससे शिक्षकों में आक्रोश है. बता दें कि इसी साल 1 अगस्त को प्रदेशभर के ग्रेड-3 शिक्षकों ने महापड़ाव डाला था. उसके बाद इनके तबादलों के लिए आवेदन लिए गए. 85 हजार ग्रेड-3 शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किया. सरकार को आवेदन लिए दो महीने हो गए हैं. लेकिन अभी तक इनकी तबादला सूचियां जारी नहीं हुई हैं. शिक्षा मंत्री कई बार इनके तबादलों के लिए गाइडलाइन बनाने की बात कह चुके हैं. लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई गाइड लाइन भी नहीं बनी है.
हरपाल दादरवाल का कहना है कि जिन ग्रेड-3 शिक्षकों से आवेदन लिए गए, उनके तबादले हो नहीं रहे और जिनसे आवेदन ही नहीं लिए गए, उन व्याख्याताओं और वरिष्ठ शिक्षकों की धड़ल्ले से तबादला सूचियां जारी हो रही हैं. ग्रेड-3 शिक्षक के तबादलों की मांग को लेकर आज अनशन शुरू किया गया है. दादरवाल का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.